जयपुर.एनआरएचएम के घूसखोरी प्रकरण में आरोपी बनाए गए आईएएस अधिकारी नीरज के. पवन 8 महीने जेल में बिताने के बाद रिहा हो गया . सोमवार को सचिवालय पहुंचकर ज्वाइनिंग दी.तीन दिन पहले ही जेल से छूटे 2003 बैच के राजस्थान कैडर के आईएएस अधिकारी नीरज ने अपनी ज्वाइनिंग कॉर्मिक विभाग में दी है. सुबह नीरज सचिवालय पहुंचा और कार्मिक विभाग में सचिव भास्कर ए सावंत को ज्वाइनिंग का आवेदन दिया. भास्कर से दस मिनट की बातचीत के बाद नीरज वापस लौट गया.
गौरतलब है कि पिछले साल 30 मई को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने आईएएस नीरज के पवन को एनआरएचएम में गलत तरीके से अपने चहेतों को ठेका देने के बदले डेढ़ करोड़ रुपए रिश्वत लेने का आरोप लगाया था, जिसके बाद एसीबी ने उन्हें अरेस्ट कर लिया था.एसीबी ने उनकी गिरफ्तारी से पहले उनके खिलाफ फख्ता सबूत इकट्ठे किए थे. आईईसी में फ्लैक्स व अन्य सामग्री प्रिंटिंग कर सप्लाई करने वाले एक कारोबारी ने 28 अक्टूबर, 2014 को एसीबी को शिकायत दी थी.उन्होंने आरोप लगाया था कि दलाल अजीत सोनी अपनी फर्म मैपल प्रोडक्शन के जरिए विभाग में काम करवाने के ठेके लेता है.
एसीबी ने 18 मई को आईएएस नीरज के पवन सहित एनआरएचएम के तहत आईईसी में तैनात दो अफसर और एक कर्मचारी सहित कथित दलाल के कुल 18 ठिकानों पर छापेमारी की थी. सोनी पवन के लिए दलाल की भूमिका निभाता था. बताया जा रहा है कि सोनी कंसल्टेंसी की भूमिका में रहते हुए कमीशन वसूलता था.ड नीरज के. पवन 4 फरवरी 2016 से पहले 13 जनवरी, 2014 से 12 फरवरी 2016 तक नेशनल हेल्थ मिशन के एडिशनल डायरेक्टर और मेडिकल हेल्थ के संयुक्त सचिव पद पर कार्यरत रहे चुके थे.