लखनऊ । महिलाओ के सम्मान का ढ़िढोरा पीटने वाली भाजपा की सरकार में सरकारी अधिकारी भी महिलाओं की अस्मिता से खेलने में बाज नही आ रहे , जबकि सरकारी तंत्र के भरोसे ही मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में रामराज्य की बात करते है , अपराध एवं अपराधी मुक्त प्रदेश का दावा करने वाले मुख्यमंत्री के ही राज्य में एक महिला अधिकारी की घर मे घुस कर रेप का प्रयाश हुआ ।
बस्ती जनपद में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। जिले में तैनात एक महिला नायब तहसीलदार से रेप का जघन्य प्रयाश करते हुए मारा -पीट की गई । आरोपी घनश्याम शुक्ल भी सदर तहसील में नायब तहसीलदार है , शिकायत के बाद भी बस्ती पुलिस खामोश रही किंतु एक एमएलसी के प्रयाश के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही करने को तैयार हुई ।
महिला नायब तहसीलदार ने अपनी शिकायत में कहा कि नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ल ने दिवाली की रात करीब 1 बजे सरकारी आवास का का दरवाजा खटखटाया। जब उन्होंने दरवाजा नहीं खोला तो आरोपी अफसर दरवाजा तोड़ते हुए जबरन अंदर आ गया। नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ल ने उनके साथ मारपीट करते हुए रेप की कोशिश की। दरिंदगी की हदें पार करते हुए उसने गला तक दबा दिया ।
महिला नायब तहसीलदार के मुताबिक उनके साथ मारपीट करने के बाद आरोपी नायब तहसीलदार वहां से जाने लगा यह समझ कर पीड़िता बेड के पीछे छिप गई। लेकिन नायब तहसीलदार वापस आकर उसके साथ रेप की कोशिश की, लेकिन महिला नायब तहसीलदार ने हार नहीं मानी और नायब तहसीलदार को धक्का देकर उसे कमरे में बंद कर दिया।
महिला नायब तहसीलदार ने बताया कि मैं तीन दिन तक घर में डरी सहमी रही। किसी को कुछ नहीं बताया। 15 नवंबर को तीन दिन का अवकाश लेकर अपने माता- पिता के पास चली गई। उस के बाद मैने अपने परिजनों को पूरी बात बताई, जिसके बाद परिजनों ने आगे बढ़ कर मामले की शिकायत थाने पर किया ।
हैरानी की बात यह कि महिला अधिकारी ने जब तहरीर दी तो पुलिस ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। इसके बाद इस मामले को लेकर भाजपा के ही MLC देवेंद्र प्रताप सिंह ने ट्विटर पर यूपी सरकार और डीजीपी को टैग करते हुए पूरी जानकारी दी। उसके बाद पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में गुरुवार देर रात महिला अधिकारी का पुलिस ने मेडिकल कराया। इसके बाद शुक्रवार को महिला अधिकारी की तहरीर पर नायब तहसीलदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
एएसपी दीपेंद्र चौधरी ने इस मामले में बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी नायब तहसीलदार के खिलाफ आईपीसी की धारा 376, 307, 452, 323, 504, 354, 511 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच कोतवाली पुलिस कर रही है। जांच के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
आज भी मुख्यधारा के भारतीय मीडिया का एक बड़ा हिस्सा केवल विशेष व समृद्ध वर्ग के लोगों की चिंताओं और आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व कर रहा है. इस संविदा में हाशिए पर खड़े समाज जिसमें देश के पिछड़े ,अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, महिलाएं, अल्पसंख्यक, किसान, मजदूर शामिल हैं, उनके हितों एवं संघर्षों को आसानी से नजरअंदाज कर दिया जाता है. हाशिए पर खड़े इस समाज की आवाज बनकर उनका साथ देने का न्यूज़ अटैक एक प्रयास है. उम्मीद है आप सभी का सहयोग मिलेगा.