लखनऊ .काले धन को सफ़ेद करने में बीमा कंपनिया भी पीछे नहीं है. जीवन बीमा कंपनी भारती अॅक्सा लाइफ इंश्योरेंस के लखनऊ के दो कार्यालयों की जांच पड़ताल के बाद आयकर अधिकारियों ने 25 करोड़ रुपये से अधिक की गड़बड़ी पकड़ी गई है. कंपनी के अकेले नॉर्थ जोन में इतने बड़े पैमाने पर काले धन को सफेद बनाने की कोशिशों ने देश भर की आयकर शाखाओं के कान खड़े कर दिए हैं.इस जांच के बाद आयकर अधिकारियों का दावा है कि निजी बीमा व बैंकिंग संस्थानों के साथ कोऑपरेटिव बैंकों की भी गहराई से पड़ताल की जाए तो हजारों करोड़ रुपये का काला धन पकड़ में आ जाएगा।
आयकर की टीम भारती अॅक्सा की गोमतीनगर शाखा में छानबीन करने के बाद अधिकारियों के चेहरों पर कामयाबी की चमक भी थी. इससे पहले टीम इसी कंपनी के हजरतगंज स्थित रीजनल कार्यालय में जांच की थी. जांच में दोनों कार्यालयों के रिकॉर्ड बता रहे हैं कि आठ नवंबर को नोटबंदी लागू होने से पहले चार से सात नवंबर के बीच प्रतिदिन इक्का-दुक्का जीवन बीमा पॉलिसी बेची गईं, जबकि आठ नवंबर की तारीख में 500 से ज्यादा पॉलिसी बेच दी गईं. इनकी कुल कीमत 25 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है.
आयकर अधिकारियों को दोनों जगहों के सीसीटीवी कैमरे आठ नवंबर की रात साढ़े आठ बजे से 10 नवंबर की रात तक बंद मिले.अधिकारियों ने बताया कि कंपनी ने नौ व 10 नवंबर को काले धन के पुराने नोटों के बदले बीमा पॉलिसी बेच कर और प्रीमियम जमा कर इसकी इंट्री बैकडेट में आठ नवंबर को दिखाई है. अधिकारियों के मुताबिक बीमा कंपनियों को पुराने नोट जमा करने की छूट नहीं थी, लेकिन उन्होंने मनमानी की और काला धन रखने वालों का साथ देते हुए उन्हें इसे खपाने का रास्ता दिखाया है. आयकर अधिकारियों का मानना है कि इस कंपनी के ईस्ट, वेस्ट व साउथ जोन के दफ्तरों की जांच की जाए तो यह मामला 500 करोड़ रुपये से अधिक के पुराने नोटों की शक्ल में कालाधन खपाने का निकलेगा.