उप्र में आश्‍वस्‍त भाजपा तलाशने लगी सीएम चेहरा, सरप्राइज पैकेज हो सकते हैं मौर्या - न्यूज़ अटैक इंडिया
Search

उप्र में आश्‍वस्‍त भाजपा तलाशने लगी सीएम चेहरा, सरप्राइज पैकेज हो सकते हैं मौर्या

न्यूज़ अटैक इंडिया News Attack India News Attack

लखनऊ। सातवें चरण का मतदान खत्‍म होने के बाद भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपनी जीत को लेकर कुछ ज्‍यादा ही आश्‍वस्‍त नजर आ रही है। अंतिम चरण में प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी समेत उनके मंत्रिमंडल के तमाम सहयोगी, पार्टी एवं आनुषांगिक संगठन के पदाधिकारी बनारस एवं आसपास के जिलों में लगातार डेरा डाले रहे। खुद पीएम नरेंद्र मोदी तीन दिन तक बनारस में रूक कर अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी।

दो तिहाई बहुमत का दावा करने वाली भाजपा अब स्‍पष्‍ट बहुमत को लेकर लगभग आश्‍वस्‍त दिख रही है। यह और पुख्‍ता तब हो जाती है, जब भाजपा से जुड़े कुछ वरिष्‍ठ नेता खुलासा करते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने यूपी के लिए एक विश्‍वसनीय और रणनीतिक रूप से फिट मुख्‍यमंत्री तलाशने का काम शुरू कर दिया है। पार्टी सभी पहलुओं और तमाम परिस्थितियों पर ध्‍यान लगा रखा है।

भाजपाई सूत्रों का कहना है कि मुख्‍यमंत्री के रूप में जिन नेताओं के नाम हो सकते हैं, उनमें केंद्रीय उमा भारती, मनोज सिन्‍हा, योगी आदित्‍यनाथ का नाम शामिल है, लेकिन पार्टी के प्रदेश अध्‍यक्ष केशव मौर्या को ओबीसी नेता होने के चलते सरप्राइज पैकेज के रूप में सीएम बनाया जा सकता है। मोदी-शाह समर्थक लखनऊ के मेयर दिनेश शर्मा भी चौंका सकते हैं। डा. महेश शर्मा के नाम को लेकर कुछ संशय है, लेकिन दावेदारी उनकी भी कमजोर नहीं है।

बताया जा रहा है कि केशव मौर्य सीएम पद के लिए भाजपा के कम्‍पलीट पैकेज हो सकते हैं। मोदी-शाह के अनन्‍य भक्‍त केशव मौर्या, जहां इन दोनों नेताओं के मुफीद रहेंगे, वहीं दूसरी तरफ वह कल्‍याण सिंह के समय वाले चुनावी रणनीति में भी फिट बैठेंगे। कल्‍याण सिंह के दौर में गैर-यादव पिछड़ा वर्ग तथा गैर-जाटव दलित वर्ग भाजपा के साथ खड़ा था। कल्‍याण सिंह और भाजपा इन जातियों के लिए एकमात्र विकल्‍प के रूप में सामने आए थे।

केशव मौर्य के लिए एक प्‍लस प्‍वाइंट यह भी है कि वह संघ के भी नजदीकी हैं। बजरंग दल और विश्‍व हिंदू परिषद के जरिए भाजपा में आने वाले केशव मौर्य भाजपा के 2019 के लिहाज से फिट पैकेज हो सकते हैं। उमा भारती भी केशव मौर्य के पक्ष में खड़ी दिखता रही हैं। हालांकि अन्‍य दावेदारों को भी हल्‍के में नहीं लिया जा सकता है। मनोज सिन्‍हा, उमा भारती, दिनेश शर्मा तो मोदी के अत्‍यन्‍त प्रिय हैं, लेकिन योगी आदित्‍यनाथ को केवल इसलिए दरकिनार नहीं किया जा सकता कि मोदी-शाह से उनकी बहुत पटरी नहीं बैठती।

-प्रहार लाइव

(खबर कैसी लगी बताएं जरूर. आप हमें फेसबुक, ट्विटर और जी प्लस पर फॉलो भी कर सकते हैं.)




loading…


Share This.

Related posts