लखनऊ.जब-जब चुनाव आते है राजनीतिक दल साफ़ सुथरी राजनीति की वकालत करते है.पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी और दीनदयाल उपाध्याय को आदर्श मान कर राजनीति करने वाली भाजपा ने हमेशा गुंडाराज ख़त्म कर साफ़ सुथरी राजनीति का नारा देती है परन्तु उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव-2017 के पहले चरण पर नजर दौड़ाई जाय तो सूबे के 15 जिलों की 73 सीटों पर होने वाले चुनाव में गुंडागर्दी और भ्रस्टाचार का प्रबल बिरोध करने वाली भाजपा ने कुल 29 गुंडे मवालियो को टिकट देकर कथनी और करनी में फर्क को जगजाहिर कर दिया है . बसपा ने 28 दागी प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं जबकि सपा से 15, रालोद के 19 और कांग्रेस से 6 अपराधी छवि के उम्मीदवार मैदान मे हैं.एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफॉर्म की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है.
एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफॉर्म की रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा के जिन 29 प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं, उनमें से 22 प्रत्याशियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में आपराधिक मामले दर्ज हैं. बसपा के 28 दागी प्रत्याशियों में से 26, रालोद के 19 में से 15, सपा के 15 में 13 और कांग्रेस के 24 दागी में से चार पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. अगर छोटे दलों की बात करें आईएनडी के 38 प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं.अन्य दलों के 32 ऐसे प्रत्याशी हैं, जिन्होंने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं.उत्तर प्रदेश में पहले चरण में 15 जिलों की 73 सीटों पर 11 फरवरी को मतदान होना है.