प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने चुनावी वादे पूरे नहीं किए-जयंत - न्यूज़ अटैक इंडिया
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प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने चुनावी वादे पूरे नहीं किए-जयंत

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लखनऊ । राष्ट्रीय लोकदल के महासचिव जयंत चौधरी ने लखनऊ में प्रमुख कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के सियासी हालात पर चर्चा की और अपने दम पर चुनाव लडऩे की तैयारी में जुटने का आह्वान किया।प्रदेश में ध्वस्त कानून व्यवस्था, बेरोजगारी व माफियागिरी जैसे मुद्दों पर प्रदेश सरकार को घेरते हुए उन्होंने कहा कि युवाओं को अखिलेश यादव से बहुत उम्मीद थी परंतु निराश हाथ लगी। जयंत ने आरोप लगाया कि वसूली ऊपर से होती है तो उसके दुष्परिणाम नीचे जनता को भी भुगतने पड़ते हैं। रिलायंस के मोबाइल पर प्रधानमंत्री के चित्र को लेकर भी रालोद नेता ने एतराज दर्ज कराया। सपा व भाजपा पर प्रदेश में शांति का माहौल नहीं बनने देने का आरोप लगाते हुए जनता को सशक्त विकल्प देने का एलान किया। मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री पर चुनावी वादे पूरे न कर पाने का आरोप लगाते हुए दो अक्टूबर से परिवर्तन पदयात्राएं शुरु करने की बात कही ।

उन्होंने फसल बीमा, ग्रामीण विकास, सौर ऊर्जा नीति, निवेशकों को राहत न मिलने व पंचायती राज जैसे मसलों पर सरकारों को घेरा। मुजफ्फरनगर दंगे के बाद बदले सियासी समीकरणों के सवाल पर जयंत ने कहा कि सपा व भाजपा शांति नहीं चाहती। कैराना प्रकरण का जिक्र करते हुए कहा कि 21 सिंतबर को इस मुद्दे पर सम्मेलन होगा। दो अक्टूबर के बाद पदयात्रा आरम्भ करने की जानकारी देते हुए जयंत ने चुनावी एजेंडे के बारे में भी बताया।
जयंत ने राज्य पुनर्गठन को ही रालोद का अहम मुद्दा बताते हुए कहा कि सभी दलों द्वारा छोटे राज्य की पैरोकारी की जाती रही है परंतु मुख्यमंत्री बनने के बाद नोएडा एवं बुंदेलखंड में खनन व तबादलों की कमीशनखोरी पुनर्गठन नहीं होने दे रही। उन्होंने हाईकोर्ट बेंच पश्चिमी उप्र के साथ गाजीपुर व बुंदेलखंड में भी स्थापित करने की पैरोकारी की ।इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष डॉ .मसूद, दलवीर सिंह, वीरपाल राठी, अनिल दुबे ,युवा रालोद प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र सिंह पटेल भी मौजूद रहें। पूर्व विधानपरिषद सदस्य डा. सुरेश कुमार और पूर्व मंत्री नारायण सिंह सुमन ने सैकड़ों समर्थकों समेत बसपा छोड़ रालोद में शामिल होने का एलान किया।

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