उत्तर प्रदेश के एक विद्यालय के प्राधानाचार्य द्वारा संस्कृत का श्लोक याद नहीं करने की सजा के तौर पर तीन छात्राओं को स्कर्ट उतारकर विद्यालय कैंपस घुमाने का शर्मनाक मामला सामने आया है। राज्य के सोनभद्र से यह खबर मिली है जिसने शिक्षक की मर्यादा पर गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि सोनभद्र के अनपरा क्षेत्र में विद्युत परिषद बालिका जूनियर हाई स्कूल में कक्षा आठ की तीन छात्राओं को गृह कार्य नहीं करने के कारण उन्हें स्कर्ट उतरवाकर कैंपस में घुमने की सजा दी। हैरत की बात तो यह है कि यह सजा इन मासूम छात्राओं को उनके प्रधानाचार्य ने दी।
उक्त शर्मनाक घटना की पुष्टि खंड शिक्षा अधिकारी म्योरपुर दिलीप कुमार ने भी की है। बताया जा रहा है कि इन तीनों बालिकाओं ने संस्कृत का श्लोक नहीं याद किया था। बस इतनी सी बात के लिए ही प्रधानाचार्य ने अपनी मर्यादा का खयाल नहीं किया और यह शर्मनाक सजा सुना दी। हालांकि आहत बालिकाओं ने प्रधानाचार्य की इस हरकत की जानकारी अपने माता-पिता को दी। जबकि अभिभावकों ने जिलाधिकारी से इस मामले की शिकायत फैक्स के माध्यम से कर दी है।
शिकायती पत्र में यह लिखा हुआ था कि शनिवार को टास्क नहीं पूरा करने के कारण तीन बालिकाओं का स्कर्ट उतरवाकर पूरे परिसर में घुमाया गया और उन्हें दिखाकर दूसरे छात्राओं को हिदायत दी गई कि अगर तुम भी होमवर्क नहीं करोगी तो ऐसा ही सभी के साथ किया जायेगा। इतना ही नहीं अभिभावकों का यह भी शिकायत की है कि तीन बालिकाओं को प्रधानाचार्य ने लातों से भी मारा। इस घटना से सभी बच्चे काफी डरे हुए हैं और उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा है। घटना के सामने आने पर सूचना मिल रही है कि उक्त शर्मनाक कृत्य करने वाले प्रधानाचार्य को निलंबित कर दिया गया है।