लखनऊ . विधानसभा चुनाव में बिजनौर से भाजपा से टिकट मांग रहे पूर्व आईएएस अधिकारी एस के वर्मा ने भाजपा से वादाखिलाफी के बाद आरएलडी का दामन थाम लिया है. भाजपा से नाराज़ एस के वर्मा कई वर्ष पहले बिजनौर के जिलाधिकारी रहे हैं.स्वच्छ छवि के रहे इस आईएएस अधिकारी ने चार साल पहले बिजनौर में भाजपा से प्रभावित होकर पार्टी ज्वाइन किया था .वर्मा के अनुसार पार्टी में उन्होंने बिजनौर में 4 साल तक जमीनी मुद्दों को लेकर लोगों से मेल-मुलाकात की और बिजनौर विधानसभा सीट से अबकी बार टिकट के लिए दावेदारी पेश की लेकिन पार्टी ने अबकी बार काम के नाम पर नहीं बल्कि पेदा कांड के आरोपी ऐश्वर्या चौधरी की पत्नी सूचि चौधरी को टिकट दिया है.
भाजपा के टिकट बितरण से नाराज एसके वर्मा ने आरएलडी का दामन थामते हुए चांदपुर विधानसभा सीट से लोकदल प्रत्याशी बन गए है .उत्तर प्रदेश कैडर में आईएएस अधिकारी रह चुके सुरेंदर कुमार वर्मा पश्चिमी उतर प्रदेश के मेरठ जनपद के मवाना के रहने वाले हैं. भाजपा के साथ तक़रीबन 4 साल से जुड़े रहे और पार्टी ने टिकट देने का वादा भी किया था लेकिन टिकट बितरण में पार्टी ने उनको नकारते हुए बिजनौर से सूचि चौधरी को टिकट दे दिया. बतौर आरएलडी प्रत्याशी एस के वर्मा अब चांदपुर विधानसभा सीट से धर्म के मुद्दों से हटकर विकास जैसे काम और अन्य मुद्दों को लेकर मतदाता के बीच जाएंगे.