लखनऊ .उत्तर प्रदेश में चल रही पिता –पुत्र की जंग में पुत्र ने बाजी मारकर पिता मुलायम सिंह यादव को चारो खाने चित्त कर दिया .निर्वाचन आयोग ने समाजवादी पार्टी के सिंबल विवाद पर फैसला सुना कर समाजवादी पार्टी का चुनाव चिन्ह नवनिर्वाचित अध्यक्ष अखिलेश यादव के पक्ष में दे दिया है.अब अखिलेश यादव विधिवत समाजवादी पार्टी के सर्वमान्य रास्ट्रीय अध्यक्ष हो गये है.इस विधान सभा चुनाव में साइकिल की सवारी अखिलेश गुट ही करेगा.
सनद रहे 13 जनवरी को अमुलायम खेमे और अखिलेश गुट की तरफ से साइकिल सिंबल को लेकर करीब पांच घंटे तक चुनाव आयोग में बहस हुई थी. जिसके बाद आयोग ने अपना फैसला सुरक्षित कर लिया था.
मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने इस मुद्दे पर उच्च स्तरीय बैठक की. शुक्रवार को अखिलेश और मुलायम सिंह यादव के वकीलों ने चुनाव आयोग में अपना अपना पक्ष रखा था. अखिलेश यादव के वकील कपिल सिब्बल ने शुक्रवार को चुनाव आयोग के आगे दलील दी कि पार्टी के संगठन के साथ सांसद, विधायक और एमएलसी अखिलेश के साथ हैं, इसलिए नियमों के अनुसार असली समाजवादी पार्टी अखिलेश यादव के नेतृत्व में ही कही जाएगी.
उधर, मुलायम सिंह यादव के वकीलों ने अखिलेश यादव की ओर से पेश किए गए सांसदों और विधायकों के समर्थन के दस्तावेजों पर ही सवाल उठाए थे. साथ ही रामगोपाल यादव की ओर से बुलाए गए उस सम्मलेन पर भी सवालिया निशान उठाया गया था, जिसमें अखिलेश को पार्टी सुप्रीमो चुना गया.