योगेद्र गौतम
उन्नाव. पत्रकारिता अब पेशेवर अपराधियों का शरणगाह बनता जा रहा है,कुछ धन के लालच में लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ का दंभ भरने वाले समाचार पत्र /चैनल के मालिकन अपने सम्पादक के द्वारा जरायम पेशा के अपराधियों को भी अपने समाचार पत्र अथवा चैनल के संबाददाता बना रहे है,तो कुछ अपराधी फर्जी तरीके से अपने को पत्रकार बता पत्रकारिता के स्वस्थ मिशन को बदनाम करने पर अमादा है .
ऐसा ही एक मामला सामने आया है उन्नाव शहर में जहा एक अपराधी अपने कुकृत्यो से पत्रकारिता के मिशन को बदनाम कर रहा है .शहर के हरदोई पुल के नीचे स्थित टैक्सी स्टैंड से दो दर्जन से अधिक संगीन धाराओं का अभियुक्त राजेश बाजपेई पुत्र गंगाचरण बाजपेई निवासी पूरब खेड़ा सिविल लाइन्स थाना – कोतवाली उन्नाव अर्से से अवैध वसूली करता आ रहा है. हरदोई पुल के नीचे से कांशीराम कॉलोनी तक यात्रियों की सुविधा हेतु टेम्पो का संचालन होता है . इस स्टैंड पर लगभग 32 टेम्पो तथा कुछ ऑटो है. अपने को समाचार प्लस न्यूज़ चैनल का रिपोर्टर बताकर राजेश बाजपेई गरीब टेम्पो चालकों से प्रति टेम्पो 60 से 80 रुपये प्रतिदिन 400 से 500 रुपये माहवार तथा अट्टाचिंग के रूप में 6000 से 7000 रुपये तक वसूलता है. इसका खुलासा हरदोई पुल के नीचे कथित स्टैंड पर टेम्पो चालकों के स्टिंग में सामने आया है .नगर के सभी वर्ग में इस हिस्ट्रीशिटर द्वारा गरीब टेम्पो चालकों के उत्पीड़न की चर्चा है.
राजेश बाजपेई द्वारा किये जा रहे उत्पीड़न से तंग आकर कथित स्टैंड के चालकों ने एक राय होकर अवैध वसूली का विरोध करने के संकल्प के साथ 5-01-2016 को तत्कालीन एसपी पवन कुमार से अवैध वसूली की शिकायत की थी.तत्कालीन एसपी ने गरीब ऑटो चालकों पर राजेश बाजपेई द्वारा किये जा रहे उत्पीड़न को गंभीरता से लेते हुए सख्त कार्यवाही कर अवैध वसूली को बंद करवाते हुए अवैध वसूली करने वाले हिस्ट्रीशिटर राजेश बाजपेई के मुकदमों में जांचकर्ताओं को जल्द जाँच करने का आदेश किया. एसपी पवन कुमार का स्थानांतरण होने पर एसपी नेहा पाण्डेय ने कार्यभार संभाला एसपी साहिब ने जिले में कानून व्यवस्था के संकल्प के साथ अपराधियों पर नकेल कसना शुरू किया किन्तु तीन माह से बंद अवैध वसूली से बौखलाये राजेश बाजपेई व उसके गुर्गे रामशंकर, सूरज सिंह ने दोबारा वसूली शुरू कर दी. राजेश बाजपेई साथियों संग अपनी हांडा सिटी यूपी 35 एच 1111 से हरदोई पुल के नीचे पहुच कर चालकों को डराया धमकाया तथा वसूली बराबर देने की चेतावनी दी. भयभीत टेम्पो चालकों ने अवैध वसूली की शिकायत कप्तान साहिब से की जिनके निर्देश पर 17-04-2016 से निर्धारित मार्ग से टेम्पो के आवागमन पर ही रोक लगा दी गई. स्टैंड पर गाड़ियों के आवागमन बंद रहने से गरीब टेम्पो चालकों को खाने के लाले पड़ गए .
टेम्पो चालकों ने 25-04-2016 को एसपी से स्टैंड दोबारा चालू करने की लिखित गुहार लगाई, एसपी साहिब ने टेम्पो चालकों की दशा को ध्यान में रखकर स्टैंड से सवारी वाहनों के आवागमन की अनुमति तो दे दी किन्तु अवैध वसूली न कर पाने से झल्लाया हिस्ट्रीशिटर राजेश बाजपेई को दोबारा अवैध वसूली करने का मौका मिल गया.
गरीब चालकों पर उत्पीड़न तथा अवैध वसूली का सिलसिला फिर शुरू हो गया. कुछ चालकों ने अवैध वसूली का विरोध किया परीणाम स्वरुप राजेश बाजपेई व उसके गुर्गों ने कथित स्टैंड पर सरेआम चालक अनूप शुक्ल व अन्य टेम्पो चालकों को मारा पीटा तथा गाड़ियों को स्टैंड से भगा दिया. पीड़ितों ने 29-04-2016 को अपर पुलिस अधीक्षक /क्षेत्राधिकारी नगर से घटना की लिखित शिकायत की किन्तु पुलिस ने कोई ठोस कार्यवाही नहीं किया जिससे अपराधियों के मनोबल इतने बढ़ गए कि स्टैंड पर राजेश बाजपेई, रामशंकर, सूरज सिंह आदि खुलेआम वसूली करने लगे. टेम्पो चालकों ने 03-05-2016 को उक्त प्रकरण की शिकायत एसपी साहिब से दोबारा किया (पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत की रशीद सं0-4803) लेकिन उन्नाव पुलिस ने उक्त दबंगों व अपराधियों पर कोई कार्यवाही नही की, कार्यवाही करने के विपरीत उन्नाव पुलिस गरीब चालकों पर कार्यवाही करते हुऐ कथित स्टैंड को ही बंद करवाती रही, पुलिस शायद यही सन्देश देना चाहती है क़ि अगर राजेश बाजपेई व उसके गुर्गों को टेम्पो चालकों ने अवैध वसूली न दी तो स्टैंड ही बंद कर दिया जायेगा.आखिर यह कैसा न्याय है. टेम्पो चालकों ने कई बार अवैध वसूली की शिकायत जिला पुलिस प्रशासन व कप्तान से की किन्तु आजतक उक्त दबंगों,हिस्ट्रीसिटरों पर कोई भी कार्यवाही नही की गयी. चालकों ने मारपीट तथा अवैध वसूली की शिकायत पर जिला पुलिस प्रशासन द्वारा कार्यवाही न किये जाने से परेशान होकर लखनऊ स्थित उच्चाधिकारियों को प्रकरण की लिखित शिकायत की है .
पुलिस उपमहानिरीक्षक, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस महानिदेशक को लिखित शिकायत के साथ गरीब चालकों से अवैध वसूली तथा दबंगों द्वारा मारपीट की व्यथा सुनाई,किन्तु जिला पुलिस प्रशासन द्वारा उच्चाधिकारियों को बार बार गलत रिपोर्ट प्रेषित कर दिग्भ्रमित किया जा रहा है. इस बीच पुलिस व उच्चाधिकारियों से वसूली व मारपीट की शिकायत से छुब्ध राजेश बाजपेई व उसके साथियों ने कथित स्टैंड के चालकों को कई बार मार पीटा. चालकों ने बार बार पुलिस को लिखित शिकायत की लेकिन आजतक पीड़ितों को न्याय नहीं मिला. उक्त स्टैंड पर कई बार गुंडा गर्दी व मारपीट करने पर भी उन्नाव पुलिस प्रशासन ने बदमाशों पर कोई भी क़ानूनी कार्यवाही नही की. 09-05-2016 की शाम एसपी आवास के निकट राजेश बाजपेई ने साथियों संग टेम्पो मालिक योगेन्द्र गौतम को सरेराह टेम्पो रोक कर मारा पीटा था, पीड़ित ने न्याय न मिलने पर पुलिस महानिदेशक लखनऊ से मिल कर लिखित शिकायत की थी, पुलिस महानिदेशक के सख्त निर्देश पर उन्नाव में राजेश बाजपेई व साथियों पर मारपीट व हरिजन एक्ट का मुकदमा पुलिस द्वारा पंजीकृत किया गया।
राजेश बाजपेई जिले का बड़ा हिस्ट्रीशीटर है. इस पर दो दर्जन से अधिक संगीन धाराओं में आपराधिक मुक़दमे है. यही नही आई पी सी की धारा 307,452, 354, 363, 366, 384, 324, 332, 353, 393, 392, 323, 25A Act, 504, 506, 147, 148, 3(1)X Sc/St act, 3(2)5 sc/st act तथा बेहद शर्मनाक आप्रकृतिक यौन उत्पीड़न के आरोप में आई पी सी की धारा 377 के मुक़दमे मे भी राजेश बाजपेई अभियुक्त है. राजेश बाजपेई पर बेहद गंभीर आई पी सी 307( हत्या का प्रयास) के तीन, आई पी सी 452(घर में घुस कर मारपीट व लूट) चार, SC/ST के चार मुक़दमे के साथ दो दर्जन से अधिक मुक़दमे हैं.
पूर्व में राजेश बाजपेई ने जिला सूचना अधिकारी के कार्यालय कक्ष में असामाजिक तत्वों के साथ असलहों सहित घुस कर मारपीट, जान से मारने की धमकी तथा अश्लील गालियां दी थी. उक्त प्रकरण पर तत्कालीन जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश ने रोहित नंदन आईएएस तत्कालीन निदेशक सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग उ0 प्र0 में आधिकारिक तौर पर शिकायत करने के साथ राजेश बाजपेई पर न्यायिक कार्यवाही की अपील की थी.
पूर्व में तत्कालीन जिलाधिकारी जोहरा चटर्जी ने सूचना निदेशक से कार्यवाही हेतु पत्र द्वारा शिकायत की थी. 2013 में IBN7 चैनल के उ0प्र0 प्रभारी शलभ मणि त्रिपाठी ने उन्नाव जिलाधिकारी व एस0पी0 को शिकायती पत्र देकर राजेश बाजपेई द्वारा IBN7 चैनल की फर्जी आई0डी0 लेकर दुरूपयोग तथा धन उगाही की शिकायत की थी.
मीडिया में राजेश बाजपेई की करतूतों पर आये दिन ख़बरें प्रकाशित होती रहती हैं लेकिन आस्चर्य है तथ्यात्मक ख़बरें करने वाले पत्रकारों पर उन्नाव पुलिस प्रशसन फर्जी मुक़दमे दर्ज कर कलम को रोकने का प्रयास कर रही है. कथित स्टैंड से राजेश बाजपेई द्वारा अवैध वसूली के तमाम सबूत, ऑडियो रिकॉर्डिंग, राजेश बाजपेई द्वारा अवैध वसूली के कबूलनामे ऑडियो के होने के बावजूद पुलिस प्रशाशन मौन है. आज भी उक्त आरोपी अवैध वसूली कर रहा हैं, आखिर गरीब टेम्पो चालक कब तक इस अन्याय को सहते रहेंगे.
अपराधियों पर कार्यवाही के विपरीत उन्नाव पुलिस बार बार कथित स्टैंड को बंद करवा देती है, जिससे गरीब टेम्पो चालकों को गंभीर आर्थिक बदहाली के साथ राहगीरों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
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ye dalal hai unnao police ka
इतने जूते खा चुका है मुझसे और लोगो से भी।फिर भी अक्ल ठिकाने नहीं आई। मैं पत्रकार हूँ या नहीं इसका फैसला उन्नाव की जनता को करने दो। हां मुकदमे लिखे गए और गर किसी ने सिर्फ पत्रकार समझने की भूल फिर की तो इसमें आगे भी इजाफा होने की सम्भावना से इंकार नहीं है। पत्रकारिता से अन्याय नहीं करना पर हमलावरों को मौके पर ही जवाब देना गुनाह नहीं है इस पेशे में। मुकदमो की न कभी परवाह की और न परवाह करता ही हूँ।तुमको पेला था तो तुमने भी तो लिखवाया।एक मुकदमा बता जो हिंदुस्तान के किसी भी न्यायलय में विचाराधीन तक हो। हाँ तुझे अपने नौकर राम शंकर के टेम्पो स्टैंड पर कब्ज़ा न करने दिया और न ही कर पायेगा।3 साल से लगा है लगा रह।जिस दिन मिल गया सामने फिर बताऊंगा पत्रकारिता और पत्रकार की सही परिभाषा
जनपद वासियो को तुम्हारा सच पता है तुम क्या हो , कोतवाली में कोतवाल ने मारा , बड़े चौराहे पर रिक्शे वाले ने , हरदोई पल के ऊपर से टी एसआई ने एसपी ऑफिस तक तुझे मारकर ले गया था , तुमने जनपद की पत्रकारिता ही न तू जनपद का नासूर है , कासीराम चौकी में महिला दारोगा से दुर्व्यवहार किया मारपीट की , रही बात तेरे नौकर राम शंकर की तो सबको पता जय तू उसको अपनी ढाल बना बचने की कोसिस करता है , क्योकि वह अनुसूचित जाति का है उससे sc एक्ट फर्जी लगवा देता है वही तेरा प्लस पॉइंट है ,
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avedh roop se tum adee per vasoli krta hai sbko pta hai
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