लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जमीनी विवाद में प्रशासन के सुस्त रवैए के कारण अनेको की जान चली गई है , विगत दिनों इसी जमीनी विवाद के कारण देवरिया में नरसंहार हुआ था फिर भी जमीनी विवाद में प्रशासन की असम्बेदनशीलता के कारण लगातार घटनाएं घट रही है। ताजा मामला उन्नाव से है जहा जमीनी विवाद में एक किसान के ऊपर दबंगो द्वारा पेट्रोल डाल कर आग लगा दिए जाने की जानकारी मीडिया की सुर्खियों में है। परिजनों का आरोप है कि पूर्व प्रधान के दबंग साथियों ने युवक पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। गर्मिणो ने जब युवक को जलता देखा तो हड़कंप मच गया, जिसके बाद वहां सैकड़ों लोग इकट्ठा हो गए। स्थानीय जनो ने किसी तरह आग बुझाकर युवक को एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया, जहां से उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया है। युवक की हालत गंभीर बनी हुई हैं, वहीं नाराज लोगों ने हंगामा किया और सड़क को जाम कर दिया।
घटना उन्नाव के सोहरामऊ थाना क्षेत्र के हसनापुर गांव की बतायी जा रही हैं। जानकारी के मुताबिक यहां रहने वाले वीरेंद्र सिंह की गांव के ही बगल में जमीन है। इस जमीन के तेरह विसवा हिस्से में गांव के ही रहने वाले जितेंद्र सिंह, शुभम, शिव व दो अन्य के साथ उसका लंबे समय से विवाद चल रहा है। उपरोक्त जमीन के विवाद को लेकर पिछले 27 साल से मामला न्यायालय में चल रहा है। जिला न्यायालय में फैसला होने के बाद मामला हाईकोर्ट में पहुंचा। पिछले सप्ताह किसी पार्टी ने इसी जमीन को लेकर न्यायालय से स्टे भी प्राप्त किया है, जिसको लेकर तहसील की टीम ने नापजोख कर बंटवारा किया था, जिसमें कुछ बिस्वा जमीन वीरेंद्र की कम हो गई थी, जिससे वो आहत था।
परिजनों का कहना है कि जब वीरेंद्र घर के पास ही पहुंचा था, तभी जितेंद्र, शुभम, शिव पेट्रोल लेकर आए और वीरेंद्र सिंह पर छिड़क कर आग लगा दी और वहां से भाग गए। वीरेंद्र को जलता देख आसपास गांव के लोग इकट्ठा हो गए और अफरा तफरी का माहौल हो गया, आनन फानन में एंबलेंस के जरिए उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए लखनऊ रेफर कर दिया गया है। घटना को लेकर परिजनों और ग्रामीणों में बेहद आक्रोश है, जिसके बाद परिजनों ने सड़क जाम कर हंगामा काटा। सूचना पर पहुंची सोहरामऊ पुलिस, सीओ, एडिशनल एसपी शशिशेखर सिंह ने किसी तरह परिजनों को समझा बुझाकर शांत करवाया। एडिशनल एसपी शशिशेखर सिंह ने बताया की एसडीएम के द्वारा आदेश दिया गया सीमांकन का मौके पर आ करके सीमांकन करवाया गया। उसके बाद से विवाद चल रहा है, परिजनों ने तेल डालकर आग लगाने का आरोप लगाया है, मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। गांव में तनाव को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था हेतु पुलिस फोर्स तैनात की गई है.
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