लखनऊ | विपक्ष लगातार उत्तर प्रदेश को रेप प्रदेश बता रहा है , उत्तर प्रदेश में रेप की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है , रेप की घटनाएं लगातार अखबारों की सुर्खियां बन रही है किंतु मुख्यमंत्री लगातार प्रदेश मे अपराध पर अंकुश होने की दुहाई देते नही थक रहे ।
विगत 3 जनवरी को कोचिंग जा रही एक नाबालिग छात्रा का अपहरण हुआ। इसके बाद लखनऊ लाकर उसके साथ गैंगरेप किया गया। किंतु पुलिस पीड़िता को न्याय दिलाने की बजाय अभद्रता करते हुए तहरीर बदलने को दबाव देती रही । पीड़िता का आरोप है कि जब उसने पुलिस में शिकायत की तब उस धमकाते हुए कहा गया कि तहरीर बदलो, वर्ना तुम्हारी शादी नहीं होगी। घटना बाराबंकी के मसौली थाना क्षेत्र की है।
पीड़िता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मेरे साथ धक्का-मुक्की करते हुए महिला पुलिसकर्मियों ने मुझे धमकाया। दो दिन से पुलिस थाने के चक्कर लगवा रही है। वहां सुनवाई न होने पर मजबूर होकर अपने परिजनों के साथ शनिवार को एसपी ऑफिस पहुंची और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई।
इस मामले में एएसपी के आदेश के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर एक आरोपी संदीप को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि दूसरे आरोपी की तलाश जा रही है।
न्याय नहीं मिला तो आत्महत्या कर लूंगी
पीड़िता के मुताबिक 3 जनवरी को सुबह करीब 11 बजे वह कोचिंग के लिए घर से निकली थी। गांव के चौराहे पर पहुंचते ही हेयर कटिंग की दुकान वाले ने अपने साथी के साथ कार में उसे घसीट कर बैठा लिया। कार में उन लोगों ने उसे बेहोशी की दवा सूंघाई। इसके बाद वो लखनऊ में अज्ञात जगह पर एक घर में ले गए। वहां रात भर उसके साथ दो लोगों ने गैंगरेप किया।
लखनऊ के जिस घर मे पीड़िता के कुकर्म हुआ उस घर में मौजूद पम्मी नाम की महिला ने भी दोनों का साथ दिया। जब 4 जनवरी की रात करीब ढाई बजे उसे होश आया। तब वह वहां से भागी और टैक्सी लेकर अपने घर पहुंची। पीड़िता ने कहा कि पुलिस ने सख्त से सख्त कार्रवाई नहीं की और उसे न्याय नहीं मिला तो वह आत्महत्या कर लेगी।
पीड़िता के पिता ने बताया कि दरिंदो के चंगुल से छूट जब बेटी घर पहुंची तब उसने रो-रोकर पूरी आपबीती बताई। जिसके बाद वह लोग थाने पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए तहरीर दी। लेकिन थाने पर पुलिस मदद के बजाय बेटी को धमकाने और थप्पड़ मारने की धमकी देने लगी। पीड़िता के परिजनों ने बताया कि उन्होंने 5 जनवरी को थाने पर शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने पूरा दिन थाने में बैठाए रखा , शाम 4 बजे कहा गया कि अगले दिन सुबह आना। दोबारा 6 जनवरी सुबह पहुंचे। तब पुलिसकर्मियों ने मेरे शिकायती पत्र को बदलकर केवल छेड़छाड़ की बात लिखने का दबाव बनाया। मना करने पर पुलिस ने धमकी देकर थाने से भगा दिया। थाने में सुनवाई न होने पर पीड़िता परिजनों के साथ एसपी ऑफिस पहुंची।
अपर पुलिस अधीक्षक सीएन सिन्हा ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर मसौली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। दूसरे की तलाश की जा रही है। जल्द उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पीड़िता को न्याय दिलाया जाएगा। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
हाशिए पर खड़े इस समाज की आवाज बनकर उनका साथ देने का न्यूज़ अटैक एक प्रयास है. उम्मीद है आप सभी का सहयोग मिलेगा. आपके पास शोषित समाज के उत्पीड़न अथवा किसी विभाग में भ्रस्ट्राचार की जानकारी हो तो व्हाटसअप नं. 9454606598 पर भेजें।