लखनऊ .उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बिहार की तरह भाजपा को चित्त करने हेतु कई राजनीतिक दल गठजोड़ में लगे हैं,बिगत कई माह से चर्चा में रहा समाजवादी परिवार की एकजुटता और दल विलय कर नए दल के गठन न हो पाने की पोल भी खुल गई .उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में इस बार जनता दल यूनाइटेड , राष्ट्रीय लोकदल तथा बीएस-4 ने गठबंधन किया है.जिसका एलान आज एक संयूक्त प्रेस कांफ्रेंस में शरद यादव ,अजीत सिंह एव बीएस-4 के नेताओ ने रालोद कार्यालय में किया . यह तीनों दल इस बार विधानसभा चुनाव में मिलकर ताल ठोकेंगे . जदयू नेता शरद यादव ने भाजपा विरोधी गठबंधन तोड़ने पर मुलायम सिंह को घेरते हुए कहा की हमने मुलायम सिंह यादव की शर्तो को मान लिया था किन्तु मुलायम हर बार दिग्भ्रमित होते रहे और अन्तः गठजोड़ में शामिल न होकर अकेले चुनाव लड़ने का एलान कर दिया . बीजेपी विरोधी दलों में एकता न हो पाने के लिए इतिहास हमें जिम्मेदार नहीं ठहरा सकता, इसके लिए मुलायम ही जिम्मेदार हैं.
रालोद मुखिया चौधरी अजीत सिंह ने कहा की मुलायम सिंह चरण सिंह की नीतियों से भटक गए है ,उप्र चुनाव में भाजपा को हराने के लिए जदयू के महागठबंधन के प्रस्ताव पर सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि उनकी पार्टी गठबंधन नहीं, बल्कि विलय के पक्ष में है.हम लोगो ने मान लिया था और इसका एक प्रस्ताव भी बनकर सबका हस्ताक्षर भी हो गया था.
उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा गठबंधन है, जो कि हर पार्टी से अच्छा है. हमारा गठबंधन उत्तर प्रदेश में हर स्तर पर विकास करने में सक्षम है. भ्रष्टाचार के खिलाफ सिर्फ हमारा गठबंधन ही लड़ सकता है.
प्रेसवार्ता के दौरान रालोद के रास्ट्रीय महासचिव जयंत चौधरी ,जदयू के रास्ट्रीय महासचिव के सी त्यागी ,युवा रालोद के प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र सिंह पटेल,रालोद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ मसूद अहमद जदयू के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश निरजन भईया ,अनिल दुबे ,इरफ़ान पिडारी समेत तमाम पार्टी नेता मौजूद रहे .