लखनऊ. नोटबंदी के बाद से ही कालेधन के कुबेर एन केन प्रकारेन अपनी काली कमाई को सफ़ेद करने में जुटे है. इस सफ़ेद करने की प्रक्रिया में ठगी का सामना भी करना पड़ रहा है . ऐसा ही एक मामला हुआ है नोएडा में जहा करेंसी बदलने की आड़ में फर्जी आयकर अधिकारी बनकर 20 लाख रुपये ठगने के मामले में नोएडा सेक्टर-20 पुलिस ने एक मिनिरल वाटर कंपनी चलाने वाले उधोगपति व स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के फर्जी कर्मचारी को गिरफ्तार किया.
नोएडा पुलिस के अनुसार दिल्ली के रहने वाले विकास वशिष्ठ ने थाना सेक्टर-20 में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि नोएडा में स्थित मिनिरल वाटर बनाने की कंपनी के मालिक ललित बाधवा ने उन्हें करेंसी बदलने के लिए अपने यहां बुलाया था .कंपनी मालिक 20 लाख रुपये की नई करेंसी के बदले उन्हें 24 लाख रुपये की पुरानी करेंसी की मांग रखी थी .बाधवा ने जैसे ही उन्हें 20 लाख की नई करेंसी पकड़ाई वहां पर सब इंस्पेक्टर की वर्दी पहने हुए दरोगा और आयकर विभाग का अधिकारी बताने वाला एक व्यक्ति वहां पर पहुंच गए . दोनों ने वशिष्ठ व उनके साथियों को धमकाकर 20 लाख रुपये की नई करेंसी उनसे ले ली.
इस संबंध में विकास वशिष्ठ ने थाना सेक्टर-20 में खुद के लुट जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी.इस मामले की जांच कर रही थाना सेक्टर-20 पुलिस ने इस धोखाधड़ी को अंजाम देने वाले कंपनी के मालिक ललित बाधवा व एसबीआई की दिल्ली की एक शाखा के कर्मचारी दीपक चावला को गिरफ्तार कर लिया है.दीपक चावला ने ही बाधवा व वशिष्ठ के बीच बिचैलिये की भूमिका निभाई थी. पुलिस ने फर्जी आयकर अधिकारी व पुलिस के वर्दी में पहुंचे दरोगा की पहचान कर ली है. उनकी भी जल्द ही गिरफ्तारी होगी.पुलिस की वर्दी में आया दरोगा जे.एस. शर्मा यूपी पुलिस में तैनात है. मौजूदा समय में वह गाजियाबाद में तैनात है.
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स्थानीय पुलिस के अनुसार विकास वशिष्ठ से ठगे गए 20 लाख रुपये फर्जी आयकर अधिकारी व दरोगा के पास है. पूछताछ के दौरान ललित बाधवा ने खुलासा किया है कि उसने ही नई करेंसी हड़पने की नीयत से इस पूरी घटना का तानाबाना बुना था.