समाजवादी संविधान के ये 4 नियम करेंगे पार्टी के भविष्य का फैसला!
लखनऊ. आज शाम समाजवादी पार्टी में चल रहे गृह यूद्ध में पुनः पार्टी के रास्ट्रीय महासचिव प्रो रामगोपाल यादव और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादवके कोपभाजन का शिकार होना पड़ा . मुलायम सिंह यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने पुत्र और राजनैतिक उत्तराधिकारी अखिलेश यादव और भाई प्रो रामगोपाल यादव को पार्टी से 6 वर्ष के लिए निकालने का एलान किया. इससे पहले सपा में टिकट बंटवारे को लेकर जारी कलह के बीच मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव को पहले कारण बताओ नोटिस जारी किया. मुलायम सिंह ने अखिलेश से पूछा है कि अलग लिस्टप कैसे जारी की गई. क्योंय न आपके खिलाफ कार्रवाई हो? इसके अलावा प्रो रामगोपाल और मुख्यमंत्री पर अनुशासनहीनता का भी आरोप लगा है.
सूत्र बताते है की मुलायम सिंह यादव को एहसास हो गया है की अखिलेश यादव और रामगोपाल पार्टी और मुलायम के समनान्तेर संगठन चला रहे है.
सनद रहे निष्कासन से पूर्व पार्टी सपा महासचिव रामगोपाल यादव ने समाजवादी पार्टी का आपातकालीन राष्ट्रीय प्रतिनिधि सम्मेलन बुलाया है .प्रो रामगोपाल यादव ने लेटर जारी करते हुए कहा है कि सपा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है. इससे आने वाले चुनाव में पार्टी को नुकसान होने की आशंका है. पार्टी के कई हजार नेताओं ने मुझे इस संबंध में लेटर देकर मांग की है कि पार्टी का एक इमरजेंसी प्रतिनिधि सम्मेहलन बुलाया जाए.इसलिए 1 जनवरी 2017 को राम मनोहर लोहिया विधि विश्व्विद्यालय, आशियाना, लखनऊ में सम्मे लन बुलाया गया है.
ऐसे में सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने प्रेस वार्ता करके कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने 1 जनवरी, 2017 को आपातकालीन राष्ट्रीय प्रतिनिधि सम्मेलन बुलाया है. यह अधिकार सिर्फ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को है . एक बार फिर अनुशासनहीनता के चलते रामगोपाल यादव को 6 साल के लिए पार्टी से निकाला जाता है. मुलायम सिंह यादव ने कहा कि राष्ट्रीय सम्मेलन बुलाने का अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का है, लेकिन उन्होंने मुझसे बिना पूछे सम्मेलन बुलाया है.
समाजवादी पार्टी में चल रहे एकाधिकार के बीच पार्टी संबिधान की प्रतिया भी वितरित हो रही है जिसके आधार पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और प्रो रामगोपाल यादव सपा सुप्रीमो मुलायम को मात देने की फिराक में है .क्या है संबिधान में —