पटना. नीतीश जी ने भाजपा से संबंध विच्छेद किया, भाजपा ने उनसे अपना संबंध नहीं तोड़ा. प्रधानमंत्री की कुर्सी के लिए जंगलराज के लोगों की गोद में बैठना उनका अपना निर्णय है.
उक्त बातें बरबीघा में भाजपा कार्यालय में केंद्रीय लघु उधोग मंत्री गिरिराज सिंह ने पत्रकारों वार्ता में कहते हुए कहा कि नीतीश जी एकतरफा प्रकाश पर्व मना रहे थे. वहीं दूसरी ओर समस्तीपुर में पत्रकार की हत्या के कारण शोर-शराबा मचा हुआ था. ऐसे शासन को सुशासन भला कैसे कहा जा सकता है. उन्होंने नीतीश सरकार पर जनता के मूलभूत समस्याओं, गरीबों, बेरोजगारी, पलायन, सड़क,बिजली आदि से ध्यान भटकाने के लिए अपने सात निश्चयों का राग अलापने का आरोप भी लगाया. प्रकाश पर्व के मौके पर पटना में एक ही मंच पर नीतीश जी के साथ मोदी द्वारा एक दूसरे की प्रशंसा की राजनीतिक चर्चा के संदर्भ में पूछे जाने पर गिरिराज सिंह ने बताया कि विपक्ष की सकारात्मक पहल की सराहना कर सकारात्मक राजनीति करने वाले नरेंद्र मोदी देश की राजनीति की दशा-दिशा बदलने वाले एक महान राजनेता है. उन्होंने कहा कि गुजरात में मोदी के मुख्यमंत्री काल में की गयी शराबबंदी से प्रेरित होकर बिहार में की गयी शराबबंदी की प्रशंसा प्रकाश पर्व में नीतीश जी के द्वारा की गयी. उत्तम व्यवस्था की सराहना, उसी सकारात्मक दृष्टिकोण का उदाहरण है. इसके लिए विशेष चर्चा बेकार है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार इसके लिए सचमुच सराहना के हकदार है.
केंद्रीय लघु उद्योग राज्य मंत्री गिरिराज सिंह ने नरेंद्र मोदी द्वारा काला धन के कुबेरों पर कड़ी कार्रवाई के लिए की गयी नोटबंदी की घोषणा को इकोनॉमिकल सर्जिकल स्ट्राइक बताया. इससे न केवल धनकुबेरों एवं टैक्स चोरों भ्रष्टाचारियों को नुकसान मिला है, बल्कि आने वाले दिनों में पिछले पायदान पर बैठे लोगोंको भी काफी फायदा हो. विदेश में भारतीय धनकुबेरों की राशि को देश में लाने की घोषणा को धरातल के लिए भी मोदी सरकार कृत संकल्पित और प्रयासरत है. स्विस बैंक में वार्ता प्रगति पर है एवं वैधानिक और तकनीकी अवरोध समाप्त होते ही लोगों के सामने इसका परिणाम आ जायेगा. उन्होंने कहा कि 2011 में ही सुप्रीम कोर्ट द्वारा एसआइटी के गठन का निर्देश था पर मोदी सरकार ने जनहित के लिए इसे पदासीन होते ही इसका गठन किया.