लखनऊ.नामांकन प्रक्रिया से ठीक एक दिन पहले बहुजन समाज पार्टी ने पार्टी विरोधी गतिविधियों और अनुशासनहीनता के कारण विधायक अमरपाल शर्मा को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया. बसपा ने विधायक अमरपाल शर्मा को गाजियाबाद के साहिबाबाद से प्रत्याशी घोषित किया गया था.गाजियाबाद के जिलाध्यक्ष प्रेमचन्द भारती ने कहा है कि उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों और अनुशासनहीनता के कारण निष्कासित किया गया है. राजनीतिक हल्कों में चर्चा है कि बसपा को इस निष्कासित विधायक को भाजपा गले लगाने की तैयारी में है.
जिलाध्यक्ष प्रेमचन्द्र भारती ने कहा है कि अमरपाल शर्मा अपने क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ताओं और क्षेत्र के लोगों से बराबर तालमेल नहीं रखते, क्षेत्र में बराबर समय न देने से पार्टी व क्षेत्र के लोगों में भारी गुस्सा एवं आक्रोश इस हद तक है कि इनको पार्टी का टिकट तो दूर इन्हें पार्टी में भी नहीं रखना चाहिए.
सपाइयों ने उड़ाया आचार संहिता का माखौल
भारती ने कहा कि पार्टी का जो भी काम जैसे पार्टी की जनसभा, कैडर, कैंप मीटिंग व अन्य मीटिंगों में केवल पार्टी के कार्यकर्ता ही सहयोग करते हैं. इन का कोई सहयोग नहीं होता है. ये अधिकतर समय अपने निजी कार्य से दिल्ली में व्यस्त रहते हैं.
भाजपा के लिए मुसीबत बनेगा हिन्दू राष्ट्रवादी गठबंधन
शर्मा ने वर्ष 2007 में गाजियाबाद विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा और फिर उसके बाद बसपा में शामिल हो गएं. बसपा ने उन्हें वर्ष-2009 में गाजियाबाद से टिकट दिया. यह चुनाव भी शर्मा हार गए पर बसपा के नाम पर उन्हें 1 लाख 82 हजार से अधिक मत मिले. इन्होंने वर्ष-2012 के विधानसभा चुनाव में साहिबाबाद विधानसभा सीट से एक बार फिर बसपा से किस्मत आजमाया और बसपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीत गए .