मुलायम के करीबी पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी ने थामा बसपा का दामन
लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने कहा कि समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन का प्रयास करके कांग्रेस ने अराजकता, दहशतगर्दी के सामने घुटने टेक दिए हैं.उत्तर प्रदेश में 5 साल तक जंगल राज रहा है.अब जनता को तय करना है कि वह दागी चेहरे को वोट देंगे या बसपा की साफ सुथरी सरकार बनाएंगे.
लखनऊ स्थिति पार्टी कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए सुश्री मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सपा और मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान गलत कार्यकलापो के कारण जनता में नाराजगी है. ऐसी स्थिति में भाजपा प्रदेश में किसी को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है. सपा सरकार में आतंक का माहौल हावी रहा है. इस पर पर्दा डालने के लिए ही सपा के पूर्व प्रमुख मुलायम सिंह यादव अपने पुत्र मोह के कारण नाटक करते रहे है, ताकि अपने बेटे के असफलताओं को छिपा सके. इसके लिए उन्होंने अपने सगे भाई शिवपाल यादव को भी बलि का बकरा बना दिया.
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि कांग्रेस का सपा के साथ गठबंधन साबित करता है कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन पर है, और खुद उसके कार्यकर्ता जिन्होंने पांच साल सपा के अराजक तत्वों से संघर्ष किया है, वे भी कांग्रेस को वोट नहीं देंगे. कांग्रेस को तो प्रदेश चुनाव के लिए प्रत्याशी तक नहीं मिल रहे हैं. बिहार में नीतीश कुमार ने कांग्रेस को उबार लिया था, लेकिन यहां तो अखिलेश कांग्रेस को भी ले डूबेंगे.
मुख्यमंत्री अखिलेश की समाजवादी सरकार के दौरान प्रदेश में छोटे बड़े करीब पांच सौ दंगे हुए हैं.उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर, दादरी और मथुरा जवाहरबाग जैसी घटनाएं हुई हैं. यूपी में 5 साल में दंगों के अलावा, लूटमार, हत्या, बलात्कार और सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे का दौर रहा. यह सब भाजपा और सपा की मिलीभगत है, इसीलिए दंगे कराने वाले सारे तत्व एक बार फिर चुनाव मैदान में हैं.
मुलायम सिंह यादव ने अपने पुत्र मोह के कारण अपने भाई शिवपाल यादव को अपमानित किया और एक ही सीट तक सीमित कर हाशिए पर रख दिया है. अंदर ही अंदर शिवपाल और अखिलेश खेमा एक दूसरे के उम्मीदवारों को हराने की कोशिश करेंगे.जिसके कारण आज समाजवादी पार्टी कमजोर स्थिति में है.
उत्तर प्रदेश के चुनाव में भाजपा को मजबूत होने से रोकने के लिए जनता को अपना एकतरफा वोट बसपा को देना चाहिए. यहां वोट इधर उधर जाने वाला नहीं है. जिससे भाजपा को जबरदस्त नुकसान पहुंचेगा. उनका गेम प्लान पूरी तरह फेल हो जाएगा अल्पसंख्यक समाज के लोग बसपा को ही वोट दें.बहुजन समाज पार्टी ही भाजपा को सत्ता में आने से रोक सकती है.