लखनऊ. समाजवादी पार्टी और पिता-पुत्र के बीच जंग का अंत खत्म होता नजर नहीं आ रहा है .दिल्ली में मुलायम सिंह यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर संकेत दिए कि आप कांग्रेस के 105 कैंडिडेट्स के खिलाफ पर्चा भरें. मैं कांग्रेस-सपा गठबंधन के लिए प्रचार नहीं करूंगा. सनद रहे उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव के दो फेज के नामांकन की तिथि निकल चुकी है, ऐसे में इस बयान से माना जा रहा है कि आने वाले 5 फेज के लिए कांग्रेस के प्रत्याशियों को मुलायम सिंह यादव के इंडिपेंडेंट से सामना करना पड़ सकता है .
सूत्रों के अनुसार मुलायम सिंह ने कहा मैंने जिंदगी कांग्रेस के खिलाफ सपा को खड़ा करने में लगा दी, मैं अब भी इस गठबंधन के खिलाफ अखिलेश को मनाने की कोशिश कर रहा हूं.
कांग्रेस –सपा का ये गठबंधन समाजवादी पार्टी को खत्म कर देगा. 105 सीटों पर हमारे नेता और कार्यकर्ता क्या करेंगे ? सबने मेहनत की थी, अब उनका क्या होगा? ये ठीक नहीं है. मैं पार्टी को खत्म नहीं होने दूंगा.
सनद रहे रविवार को राहुल-अखिलेश की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस और रोड शो के बाद मुलायम ने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा था कि मैं इस समझौते के खिलाफ हूं. मैं कैम्पेन में भी हिस्सा नहीं लूंगा. मैं कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि वो अलायंस के खिलाफ खड़े हों और जनता तक अपनी बात पहुंचाएं.सपा तो अपने दम पर भी लड़ती तो चुनाव जीत जाती. इस अलायंस की तो जरूरत ही नहीं थी.
लखनऊ के पांच सितारा होटल ताज में करीब 45 मिनट तक चले प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश-राहुल से सवाल पूछा गया था कि क्या मुलायम और सोनिया भी इस ज्वानइंट कैम्पेन में साथ आएंगे? इस पर राहुल ने कहा था, अभी मैं कैम्पेन की पूरी स्ट्रैटजी नहीं बता सकता हूं. जो भी हमारी विचारधारा के लोग हैं, वो इस कैम्पेन में शामिल हो सकते हैं. हमारे अंदर क्रोध, गुस्सा नहीं है. यूपी के डीएनए में भाईचारा है. जो हमारे साथ आना चाहे, आ सकता है.
फिरहाल दिल्ली में हुई कार्यकर्ताओं के साथ मुलायम की मुलाकात के बाद यदि कार्यकर्ता मुलायम की नसीहत पर अमल करते है तो सपा –कांग्रेस गठबंधन को नुकसान पहुचना तय है.