लखनऊ. समाजवादी पार्टी के रास्ट्रीय अध्यक्ष मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का सख्त तेवर बुझ सा गया है ,जिसके कारण आज अखिलेश यादव पार्टी से बगावत कर अलग दलों से पार्टी उम्मीदवारो के लिए चुनौती बने बागियों पर कार्यवाही करने में खुद को असहाय महसूस कर रहे है .समाजवादी पार्टी के आधा दर्जन से ज्यादा मौजूदा विधायक राष्ट्रीय लोकदल और लोकदल के बैनर तले चुनावी मैदान में ताल ठोक कर सपा व गठबंधन के उम्मीद्वारो के समक्ष चुनौती बने हुए है.विधायकों की अनुशासनहीनता के बाद भी समाजवादी पार्टी की चुप्पी से सवाल उठने लगे हैं कि कहीं सपा-आरएलडी और लोकदल के बीच कोई गुपचुप समझौता तो नहीं हो गया है.
समाजवादी पार्टी के बागी
शारदा प्रताप शुक्ला
लखनऊ की सरोजनीनगर विधानसभा सीट से विधायक शारदा प्रताप शुक्ला अखिलेश सरकार में स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री हैं. सपा से उम्मीदवारी की हसरत पूरी न होने की दशा में आरएलडी से नामांकन कर चुनावी मैदान में ताल ठोक दिया. इस सीट से सपा ने अनुराग यादव को उम्मीदवार बनाया है.जो मुख्यमंत्री अखिलेश के रिश्तेदार बताए जाते है.
अशफाक अली खां
अशफाक अली खां अमरोहा की नौगांवा सादात से सपा के विधायक हैं. सपा से टिकट न मिलने पर वह आरएलडी से चुनाव लड़ रहे हैं. नौगांव सादात से समाजवादी पार्टी ने जावेद आब्दी को उम्मीदवार बनाया है.
रामलाल अकेला
रायबरेली की बछरावां से समाजवादी पार्टी के विधायक रामलाल अकेला आरएलडी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे.गठबंधन में बछरावां सीट कांग्रेस को दी गई है. वह आज आरएलडी से पर्चा दाखिल करेंगे.
रामपाल यादव
सपा के विधायक रामपाल यादव को सपा ने टिकट नहीं दिया. इसके बाद रामपाल यादव सीतापुर की बिसवां सीट से लोकदल के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं.