लखनऊ .उत्तर प्रदेश में सपा –कांग्रेस के गठबंधन में दरार पड़ने की आशंका लगतार बनी हुइ है किसी सीट पर बात बनती दिखती है तो दूसरे पर पेंच फँस जाता है,गठबंधन धर्म का पालन करने हेतु दोनों दल एक दूसरे को मनाने में जुट जाते है .उत्तर प्रदेश के गौरा विधान सभा में भी ऐसा ही संयोग बना की लगा गठबंधन में टूट हो जाएगी किन्तु राजनीति के दोनों धुरंधरो ने रास्ता निकाल गठबंधन में गाठ पड़ने से बचा लिया.
गौरतलब हो गौरा विधान सभा क्षेत्र से कांग्रेस से तरुण पटेल ने पर्चा दाखिला किया तो सपा से पूर्व विधायक राम प्रताप सिंह ने भी पर्चा दाखिल कर गठबंधन में कांग्रेस प्रत्यासी तरुण पटेल के समक्ष ताल ठोक कर चुनौती दे दी .इस गठबंधन धर्म के पालन न करने पर सपा -कांग्रेस नेतृत्व तक दोनों ने शिकायत किया,अब गौरा विधानसभा में चर्चा है कि गठबंधन धर्म का पालन करने हेतु काग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से बात कर सपा प्रत्याशी को पर्चा वापसी को कहा,जिस पर अखिलेश यादव की सहमति मिल गई है.इस बात की जोरो पर है कि आज सपा प्रत्याशी रामप्रताप सिंह की पर्चा वापसी हो सकती है. सनद रहे तरुण पटेल को काग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी का करीबी माना जाता है.