लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव चौथे चरण को लेकर सत्ताधारी समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव जमकर प्रचार प्रसार में जुटे हुए हैं. उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से जीत के लिए सपा ने कांग्रेस पार्टी से गठबंधन कर “यूपी को ए साथ पसंद है” का स्लोगन भी लांच किया है.उत्तर प्रदेश में इस बार किसकी सरकार बनेगी फिलहाल इसका फैसला तो जनता को करना है, लेकिन अखिलेश सरकार के पांच साल के कार्यकाल पर नजर दौड़ाएं तो इनके कुछ मंत्रियों का बैंक बैलेंस और प्रॉपर्टी में काफी तेजी से इजाफा हुआ है.
धन-वर्षा आंकड़े गवाह हैं कि पांच साल में उत्तर प्रदेश सरकार के कई मंत्रियों की सैलरी में दो गुने से 10 गुना की बढ़ोतरी देखने को मिली है. इन मंत्रियों के हलफनामे से इस बात का पता चला है कि आखिर इन पर पैसों की बरसात किस कदर हुई है. पिछले हलफनामे से इस बार के हलफनामे में उनकी सम्पत्ति में काफी अंतर देखने को मिला है. इन मंत्रियों के हलफनामे में तो यह घोषित धन और संम्पति है किन्तु अघोषित संपत्ति इस घोषित संम्पत्ति से 10 से 50 गुना ज्यादा होने की संभावना भी व्यक्त की जा रही है ,मंत्रियो के इलाको के लोगो का कहना है की इस सरकार में मंत्रियो ने अकूत संम्पति बनाई है जो अघोसित है,अगर मंत्रियो के संम्पत्ति की सीबीआई या ईडी से जांच हो जाय तो अकूत संम्पति का खजाना सामने आ सकता है.
अखिलेश सरकार के जिन मंत्रियों की कमाई में बढ़ोतरी देखने को मिली है देखिए उनकी फेहरिस्त…
गायत्री प्रजापति:
समाजवादी सरकार में सबसे भ्रष्ट मंत्री का तमगा हासिल कर चुके मंत्री, संपत्ति में पांच गुना की बढ़ोतरी अखिलेश सरकार में मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की सम्पत्ति पांच साल में पांच गुना बढ़ी है. गायत्री प्रजापति, मुलायम सिंह यादव का करीबी माना जाता हैं. 2012 में उन्होंने अमेठी से सपा के टिकट पर जीत हासिल किया था, एक बार फिर वो अमेठी से दावेदारी कर रहे हैं. उनकी सम्पत्ति पर नजर डालें तो 2012 के चुनाव में उन्होंने जो हलफनामा दिया था उसमें अपनी कुल चल और अचल संपत्ति 1 करोड़ 82 लाख के करीब बताया था. इस बार के चुनावी हलफनामे में उनकी सम्पत्ति 10 करोड़ से ज्यादा बताई गई है. इस तरह से उनकी सम्पत्ति में पांच गुना का इजाफा देखने को मिल रहा है.
सपा सरकार में वन मंत्री, 8 गुना बढ़ी सम्पत्ति यूपी की अखिलेश यादव सरकार में वन मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव की सम्पत्ति देखें तो उनकी सम्पत्ति में आठ गुना की बढ़ोतरी हुई है. 2012 के हलफनामे में उन्होंने अपनी सम्पत्ति 2 करोड़ 60 लाख रुपये बताई थी लेकिन इस बार चुनाव में उन्होंने जो हलफनामा दिया है, उसमें उन्होंने अपनी सम्पत्ति 17 करोड़ 90 लाख बताई है. दुर्गा प्रसाद यादव आजमगढ़ से सपा विधायक हैं. वो अखिलेश सरकार में पहले परिवहन मंत्री थे, बाद में उन्हें वन मंत्री बनाया गया.
रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया:
अखिलेश सरकार में कैबिनेट मंत्री, 10 गुना बढ़ी सम्पत्ति रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया, अखिलेश सरकार में कैबिनेट मंत्री थे. 2012 के हलफनामे के मुताबिक उनकी सम्पत्ति एक करोड़ 45 लाख के आस-पास थी. इस बार के हलफनामे पर गौर करें तो उनकी सम्पत्ति 12 करोड़ 80 लाख पहुंच गई है. इस तरह से अखिलेश सरकार में मंत्री रहते राजा भैया की सम्पत्ति 10 गुना बढ़ गई.
ओम प्रकाश सिंह:
अखिलेश सरकार में पूर्व मंत्री, दो गुना से ज्यादा बढ़ी सम्पत्ति यूपी सरकार में मंत्री रहे ओम प्रकाश सिंह की सम्पत्ति में पांच साल के अंदर दो गुना से ज्यादा का इजाफा देखने को मिला है. 2012 के हलफनामे में ओम प्रकाश सिंह ने अपनी सम्पत्ति 1 करोड़ 27 लाख बताई थी, 2017 में ये बढ़ कर 3 करोड़ 3 लाख के करीब हो गई है. इस तरह से उनकी सम्पत्ति में दो गुना से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है. ओमप्रकाश सिंह को गाजीपुर के जमानिया सीट से उम्मीदवार बनाया है.
यासर शाह:
अखिलेश सरकार में मंत्री, 5 गुना से ज्यादा बढ़ी सम्पत्ति यूपी की अखिलेश सरकार में मंत्री यासर शाह की सम्पत्ति पांच साल में पांच गुना बढ़ी है. 2012 में उन्होंने अपनी सम्पत्ति एक करोड़ 31 लाख के करीब बताई थी, जो अब बढ़ कर करीब सात करोड़ 11 लाख के करीब पहुंच चुकी है. यासर शाह, बहराइच की मटेरा सीट से विधायक हैं. यासर शाह सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के करीबी माने जाते हैं.
राजकिशोर सिंह:
पूर्व मंत्री राजकिशोर सिंह की संपत्ति में भी में पिछले पांच साल में दस गुना बढ़ोतरी हुई है..राजकिशोर सिंह हर्रैया विधानसभा से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं.वर्ष 2011-12 में पूर्व मंत्री ने 134908 रुपये आयकर रिटर्न दर्शाया था ,वहीं वर्ष 2016-17 में यह बढ़कर 1023243 रुपये पहुंच गया है. इसी तरह इनकी पत्नी ने वर्ष 2011-12 में 228102 रुपये आयकर रिटर्न दाखिल किया था जो 2016-17 में बढ़कर 2379496 पहुंच गया है. दाखिल किए नामांकन में शपथ पत्र के साथ दिए गए संपत्ति ब्योरे के अनुसार विधायक राजकिशोर सिंह के पास पचास हजार और पत्नी के पास 48000 नकदी रुपया है. विधायक के पास चार बैंक खाते हैं. स्टेट बैंक लखनऊ के खाते में 1714047 रुपये, अरबन को- आपरेटिव बैंक में 672077 रुपये जमा है. दो अन्य बैंक खातों में मामूली रकम जमा है.वहीं इनकी पत्नी के नाम पांच बैंक खाते हैं. लखनऊ के दो बैंक खातों में क्रमश: 6774534 रुपये व 398108 रुपये जमा है. बस्ती के तीन अन्य बैंक खातों में क्रमश: 9916 रुपये,42475 रुपये एवं 1390 रुपये हैं. विधायक के पास 120 ग्राम सोना,एक लोगान कार और पिस्टल,बंदूक एवं राइफल है. पत्नी के पास 480 ग्राम सोना और 500 ग्राम चांदी है. इस तरह राजकिशोर के पास कुल 39.55 लाख और पत्नी के पास 90.35 लाख की चल संपत्ति है.
चल अचल संपत्तिया
चल अचल संपत्तियों की बात करें तो पूर्व मंत्री के पास एक करोड़ 40 लाख और पत्नी के पास दो करोड़ 25 लाख की अचल संपत्तियां हैं. इसमें गाजियाबाद में 3225 वर्गफीट और लखनऊ में 19481 वर्गफीट का आवासीय प्लॉट है. इसके अलावा सर्वोदय नगर में 3222 वर्ग फीट एरिया में बना मकान भी है. 48 साल के राजकिशोर स्नातक पास हैं, इनकी आय का स्त्रोत कृषि एवं समाजसेवा जबकि पत्नी सिलाई, कढ़ाई एवं गृह कार्य करती है.
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