लखनऊ .लोकतंत्र के महाउत्सव निर्वाचन २०१७ में आम जनमानस से लगायत सरकारी अधिकारी / कर्मचारी बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहे है. भारत निर्वाचन आयोग इस लोकतंत्र के महाउत्सव के प्रति बेहद गंभीर है वही कुशीनगर जिला पंचायत में कार्यरत एक अवर अभियंता राजेश कुमार मालवीय निर्वाचन २०१७ के कार्यो में मिली जिम्मेदारी का निर्वहन न कर जिला निर्वाचन अधिकारी के आदेशो को ठेगा दिखा कर लोकतंत्र के इस महाउत्सव में बिभिन्न राजनैतिक दलों की चुनावी बैतरणी पार लगवाने में संलग्न होता बताया जा रहा है.जिसे न अपने विभाग के उच्चाधिकारियों का डर है न ही निर्वाचन आयोग का खौफ.
जिला पंचायत कुशीनगर में वर्षो से जमा अवर अभियंता राजेश कुमार मालवीय अपने प्रसाशनिक एवं राजनीतिक आकाओ के बल बूते लगभग 17 बर्षो से जिला पंचायत कुशीनगर में कुंडली मार कर बैठा है.अपने आकाओ के संरक्षण में पल रहे इस अधिकारी को किसी प्रकार का डर नहीं है ,जिस कारण निलंबन की संस्तुति और तमाम शिकायतों के बाद भी यह अवर अभियंता जिला पंचायत कुशीनगर में जमे होने के साथ ही राजनैतिक दलों के अपने आकाओ के चुनाव प्रचार में मस्त है.
जिला निर्वाचन अधिकारी कुशीनगर ने मुख्य चुनाव अधिकारी उत्तर प्रदेश व प्रमुख सचिव पंचायत राज शासन को भेजे एक पत्र में राजेश कुमार मालवीय अवर अभियंता को निलंबन की संस्तुति की है ,उन्होंने लिखा है कि विधान सभा निर्वाचन २०१७ के तहत राजेश कुमार मालवीय अवर अभियंता जिला पंचायत कुशीनगर की तैनाती मास्टर ट्रेनर के तौर पर आदेश संख्या -९७१/२०क –वि.स.सा.नि.-२०१७ /ई.बी.एम् –प्रशि. दिनांक ८ जनवरी २०१७ के तहत की गई थी .उक्त के क्रम में समस्त मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण दिनांक १२.१.२०१७ को जिला पंचायत कुशीनगर के सभागार में रखा गया था परन्तु राजेश कुमार मालवीय ,अवर अभियंता सूचित होने के वावजूद प्रशिक्षण में उपस्थित नहीं हुए जबकि बार –बार दूरभाष पर सूचित किए जाने के बावजूद प्रशिक्षण में उपस्थित नहीं हुए. राजेश कुमार मालवीय अवर अभियंता का उपरोक्त आचरण न सिर्फ आचार संघिता का उलंघन है अपितु घोर उदंडता व लापरवाही का घोतक है.
अतः राजेश कुमार मालवीय अवर अभियंता कुशीनगर के बिरुद्ध अनुशासनात्मक / उदंडता के बिरुद्ध उनके निलंबन की संसतुती की जाती है .
निर्वाचन कार्यो को ठेंगा दिखाने वाले अवर अभियंता राजेश कुमार मालवीय के बिरुद्ध कुशीनगर के रामकोला के विधायक डॉ पूर्णमाशी देहाती ने भी मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश को एक पत्र भेज कर निष्पक्ष चुनाव हेतु इस अभियन्ता को जनपद से बाहर भेजने की माग किया है.पत्र में डॉ पूर्णमाशी देहाती ने लिखा है कि अवर अभियंता राजेश कुमार मालवीय जिला पंचायत कुशीनगर में बिगत १९९५ से कार्यरत है,२१ वर्षो के सेवा काल में लगभग ३ वर्ष कुशीनगर से अन्यत्र जिला पंचायतो में रहे है ,जबकि स्थानान्तरण नीति में कुल सेवा का जनपद में ६ वर्ष एव मंडल स्तर पर १० वर्ष का प्राविधान है.
अवर अभियंता राजेश कुमार मालवीय कुशीनगर में संपन्न होने वाले प्रत्येक चुनावो में भागिदार बनने की बजाय धन बल के कारण चुनाव प्रक्रिया से मुक्त होकर सक्रीय राजनीति में अहम् भूमिका निभाते है ,कुशीनगर में २१ वर्षो की तैनाती के कारण सभी राजनैतिक दल से इनका सम्बन्ध है,जिसके कारण सत्ता दल से चिपक कर अपने कार्य को अंजाम न देकर राजनीति करते है.
विधायक ने कुशीनगर में निष्पक्ष चुनाव हेतु मुख्य निर्वाचन अधिकारी से तत्काल इस अवर अभियंता को निलम्बित कर जनपद से बाहर स्थानान्तरण करने की माग किया है.
बताया जाता है की जिलाधिकारी कुशीनगर द्वरा प्रमुख सचिव पंचायत राज को पत्र प्रेषित करने के उपरान्त अवर अभियंता राजेश कुमार मालवीय लखनऊ में बैठे पंचायत राज विभाग शासन के अधिकारियो की जेबे गर्म कर अपने बचाव की गुहार लगा शिकायती पत्र को कूड़े में दफ़न करवा दिया है ,इस बात की भी चर्चा है की निर्वाचन आयोग लखनऊ में अपने बिरुद्ध आये सभी शिकायती पत्रों को अवर अभियंता राजेश कुमार मालवीय ने पैसे के बल पर रुकवा दिया है.
इस संदर्भ में संबाददाता ने प्रमुख सचिव पंचायत चंचल कुमार तिवारी से दूरभाष ०५२२-२२१३४८५ पर जानकारी चाही तो पता चला प्रमुख सचिव सोमवार तक अवकाश पर है .ऐसे में सवाल उठना लाजमी है की राजेश कुमार मालवीय जैसे सभी सरकारी कर्मचारी पैसे के बल पर निर्वाचन प्रक्रिया से बाहर हो जायंगे तो चुनाव प्रक्रिया को अंजाम कैसे दिया जायेगा.
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