लखनऊ.समाज सेवा के लिए जानी जाने वाली राजनीति आज अपराधी ,माफिया ,लुटेरे और बलात्कारियो के शरणगाह के रूप में विकसित हो चूका है ,अपराध को अंजाम देने के बाद खादी वर्दी में छिपे लुटेरे अपने राजनैतिक प्रभाव के बल पर पीड़ित को डरा धमका कर उसे न्याय से भी बंचित करवा देते है ,जिसका खामियाजा समाज में नए अपराधी के जन्म लेने से समाज को भुगतना पड़ता है .धन बल और सत्ता की आड़ में खादी वर्दी के लुटेरे नीरीह अबला की इज्जत को लूटने में अपनी मर्दानगी समझते है.
ताजा मामला पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अयूब प्रकरण का सामने आया है .पेशे से डाक्टर अयूब की सच्चाई सामने आने के बाद से ही उत्तर प्रदेश की सियासत गरमा गयी है. दरअसल परिजनों का आरोप है कि पीस पार्टी का अध्यक्ष डॉ. अयूब अपने राजनैतिक दोस्त भाजपा के लखनऊ उत्तरी से प्रत्याशी डॉ नीरज बोरा के मड़ियांव स्थित सेवा हॉस्पिटल में युवती को लाकर उसका यौन शोषण करते थे.
गौरतलब है कि संतकबीनगर निवासी एक युवती ने डॉ. अयूब पर यौन शोषण का आरोप लगाया था. उसका कहना था कि पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अयूब उसे डॉक्टर बनाने के बदले उसका चार साल से यौन शोषण कर रहा था. डॉ अयूब के कुकर्मो की शिकार छात्रा की शुक्रवार रात केजीएमयू के ट्रामा सेण्टर में इलाज के दौरान मौत हो गयी .
छात्रा की मौत के बाद परिजनों ने लखनऊ के मड़ियांव थाने में पीस पार्टी अध्यक्ष डॉ. अयूब के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया. परिजनों ने बताया कि जब वह मड़ियांव थाने मुकदमा दर्ज कराने पहुंचे तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने से मना कर दिया. जिसके बाद एसएसपी के निर्देश के बाद मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने पड़ताल शुरू कर दी है.
गौरतलब हो कि डॉ. अयूब पर यह पहला मामला नहीं है , डॉ. अयूब के खिलाफ 2012 में महानगर कोतवाली में एक जिला पंचायत की महिला सदस्य ने दुष्कर्म, एससी-एसटी एक्ट समेत अन्य धाराओं में एफआइआर दर्ज कराई थी. लेकिन पहले के मुकदमे में डॉ अयूब पर कोई कार्रवाई नहीं हुई बल्कि पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट लगाते हुए पूरा मामला रफादफा कर दिया था.
मृत छात्रा के परिजनों ने शनिवार रात शव लेकर घर जाने से इनकार कर दिया था, युवती के भाई और मां का आरोप है कि उन्हें पीस पार्टी के कार्यकर्ताओं और डॉ अयूब के गुर्गो ने फोन पर चुप न रहने पर जान से मार देने की धमकी दी है. परिजनों ने लखनऊ एसएसपी से सुरक्षा की मांग भी किया है .
लखनऊ की बरिष्ठ पुलिस कप्तान मंजिल सैनी ने युवती का पोस्टमॉर्टम शनिवार को पांच डॉक्टरों के पैनल से करवाया. पोस्टमॉर्टम में मौत का कारण स्पष्ट न होने के बाद विसरा सुरक्षित रख लिया गया है.
इस बारे में डॉ. नीरज बोरा ने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि इस मामले की मुझे कोई जानकारी नहीं है. मुझे ये भी नहीं पता कि डॉ. अयूब मेरे हॉस्पिटल भी आते थे.
फिरहाल पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अयूब खान के खिलाफ मड़ियांव थाने में दुष्कर्म, गैर इरादतन हत्या, धमकी व गालीगलौज की धाराओं में एफआइआर दर्ज हो चूका है अब युवती को न्याय मिलता है या पूर्व की भांति यह मामला भी दफ़न हो जाएगा भविष्य की कोख में है.
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