मुलायम सिंह का हश्र भी बसपा संस्थापक कांशीराम जैसा न हो जाए - न्यूज़ अटैक इंडिया
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मुलायम सिंह का हश्र भी बसपा संस्थापक कांशीराम जैसा न हो जाए

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लखनऊ। चुनाव अपनी जगह है और विरोध अपनी जगह। कम समय में लोकदल की बढ़ती लोकप्रियता से घबराकर विपक्षी पार्टियाँ साजिश रचने पर आमादा हो गयी हैं। कल जो घटना हमारे साथ हुई वह विपक्षी पार्टियों की हताशा और निराशा का प्रतीक है। लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि उत्तर प्रदेश के इतिहास मे पहली बार ऐसी घटना हुई है तथा देश में दूसरी बार पायलट की सूझबूझ से एक बड़ी दुर्घटना होने से बाल-बाल बची।

विदित हो लोकदल के राष्ट्रीय नेता चौधरी सुनील सिंह और सर्व समभाव पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं फिल्म अभिनेता राजपाल यादव कल चुनावी रैली को संबोधित करने देवरिया जा रहे थे। अमेरिकन कंपनी के जिस हेलीकाप्टर से यह लोग जा रहे थे, उसकी इमरजेंसी लाइटें अचानक जल गयीं। अनहोनी की आशंका से पायलट ने फ्यूल आफ करके हेलीकाप्टर को नीचे उतार दिया।

हेलीकाप्टर की जांच की गयी तो उसके फ्यूल टैंक में एक इंच के पत्थर के टुकड़े पाए गए। कंपनी से आये प्रशिक्षित तकनीशियन ने इसे षडयंत्र बताया। उनका कहना था पत्थर स्वतः फ्यूल टैंक के अंदर नहीं आ सकता है। पत्थर को फ्यूल टैंक के अंदर किसी जानकार ने षडयंत्र के तहत डाला है। इस सन्दर्भ में सुनील सिंह ने आज ही सूबे के राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात करते हुए सीबीआई जांच की मांग की।

लोकदल के मुखिया श्री सिंह ने कहा इस साजिश को बड़े लोगों के कहने पर अंजाम दिया गया है। उन्होंने ने आगे कहा हमने नेताजी (मुलायम सिंह यादव) को सम्मान देने का काम किया है। इस बात को लेकर कुछ लोग हमसे परेशान हैं। आपको किन तत्‍वों के ऊपर शक है, इस सवाल में उन्होंने कहा कि जांच के बाद ही हम कुछ कह पाएंगे। उत्तर प्रदेश पुलिस पर हमको भरोसा नहीं है इसलिए हमने इस प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग की है।

सुनील सिंह ने आगे बताया कि मुलायम सिंह ने इस घटना के बारे में जानकारी पाकर हमें अपने आवास पर बुलाया था और वह इस घटना से खासे चिंतित दिखे तथा हमें आशीर्वाद दिया। सुनील सिंह ने बताया कि हमने नेताजी को आगाह कर दिया है कि आपका स्टाफ बिका हुआ है, ऐसे में आप अपने पूरे स्टाफ को बदल दीजिये। उन्होंने आशंका जाहिर की कि कहीं मुलायम सिंह का हश्र भी बसपा संस्थापक कांशीराम जैसा न हो जाए।

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