एक बार फिर बसपा सुप्रीमो मायावती ने ईवीएम की विश्ववसनीयता पर सवाल खड़े किए हैं. सोमवार को मायावती ने संसद परिसर में कहा कि वो अगले 2-3 दिनों में ईवीएम में कथित गड़बड़ी के मामले को लेकर कोर्ट जाएंगी.
समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव ने इसका समर्थन किया है. दो घोर विरोधी दल इस मुद्दे पर एक साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं.
बसपा सुप्रीमो मायावती का आरोप है कि भाजपा ने ईवीएम में गड़बड़ी के जरिए उत्तर प्रदेश में प्रचंड जीत हासिल की है. विधानसभा चुनावों में बसपा की हार के बाद पिछले एक हफ्ते में यह दूसरा मौका है जब मायावती ने यह मुद्दा उठाया है. जबकि चुनाव आयोग ने उनकी याचिका खारिज करते हुए कहा था कि ईवीएम में गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं.
उधर समाजवादी पार्टी ने मायावती के फैसले का समर्थन किया है. एसपी महासचिव और सांसद राम गोपाल यादव ने कहा कि जनता के मन से संदेह निकालने की जिम्मेदारी सरकार की है.
राम गोपाल यादव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने पहले भी संदेह व्यक्त किया था और कहा था कि पारदर्शिता होनी चाहिए. ईवीएम के साथ पेपर ट्रेल लाने की बात की थी. कोर्ट के आदेश के बाद इलेक्शन कमीशन ने तीन बार सरकार को फंड के लिए लिखा लेकिन सरकार ने जवाब नहीं दिया. मेरठ में 20 पोलिंग स्टेशनों पर ईवीएम मशीन नई व्यवस्था के साथ लगी थीं. उनमें से अधिकतर में हम जीते. पोस्टल बैलेट्स में भी 90% वोट हमें मिले. ईसी की नियत पर हमें जरा भी संदेह नहीं है लेकिन चुनाव आयोग बार-बार सरकार से व्यवस्था को मजबूत करने के लिए फंड्स की गुजारिश कर रहा है लेकिन सरकार फंड मुहैया नहीं करा रही है.’