सोशल मीडिया पर आज दोपहर एक मैसेज तेजी से वायरल हो गया कि मुंबई-पुणे हाइवे पर एक सड़क दुर्घटना में योग गुरु बाबा रामदेव की मौत हो गई. इस मेसेज के वायरल होते ही हड़कंप मच गया और लोग आधिकारिक स्रोतों से इस खबर की पुष्टि में जुट गए हालांकि बाद में पता चला कि यह फर्जी खबर हैं और जिन फोटो के जरिए रामदेव की मौत खबर फैलाई जा रही थी वे अन्य दुर्घटनाओं की थी.
महिला ने लगाया BJP नेता के बेटे पर छेड़खानी का आरोप
सोशल मीडिया पर तस्वीरें आने के बाद रामदेव के अनुयायियों ने खबर की सत्यता के लिए पतंजलि योगपीठ और योग गुरु बाबा रामदेव से जुड़े लोगों को फोन करना शुरू कर दिया. हरिद्वार में पतंजलि के प्रवक्ता एस. के. तिजारावाला को बयान जारी कर बताना पड़ा कि शरारती तत्वों ने बिहार में हुए ऐक्सिडेंट और वर्ष 2011 में पतंजलि से जौलीग्रांट हॉस्पिटल ले जाते वक्त कि योगगुरु बाबा रामदेव की तस्वीरों को जोड़कर इस तरह की अफवाह फैलाई है.
तीन तलाक : मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का साथ मतलब शैतान का साथ -RSS
उन्होंने कहा कि योग गुरु बाबा रामदेव पूर्ण रूप से स्वस्थ और सुरक्षित हैं. दरअसल जून 2011 में बाबा रामदेव भ्रष्टाचार के खिलाफ उपवास पर थे. उपवास के सातवें दिन उनकी तबीयत खराब हो गई थी और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था.
(खबर कैसी लगी बताएं जरूर. आप हमें फेसबुक, ट्विटर और गूगल प्लस पर फॉलो भी कर सकते हैं.)