गोंडा। सूबे की राजधानी लखनऊ से गोंडा की ओर जब आप सड़क मार्ग से चलते हैं तो आपको अंदाज लगाना मुश्किल होगा कि सड़कों में गढ्ढे हैं कि गढ्ढों में सड़क है। मुख्य मार्ग से लेकर शहर की तमाम सड़कें जर्जर अवस्था में ही नजर आएंगी। आपको हर तरफ गंदगी का अंबार नजर आएगा। वैसे तो देशभर के तमाम शहरों को लेकर हुए स्वच्छ सर्वेक्षण 2017 में यूपी का बुरा हाल रहा लेकिन इसमें गोंडा जिले को सबसे गंदे शहर का दर्जा दिया गया है। इसी सर्वेक्षण के बाद सीएम योगी सूबे की स्वच्छता को लेकर काफी गंभीर नजर आए और उन्होंने लखनऊ के बालू अड्डा बस्ती में स्वयं झाड़ू लगाकर सफाई अभियान शुरू किया था। अब सीएम योगी उसी शहर का हाल जानने जा रहे हैं जिसे सबसे गंदा शहर होने का तमगा मिला है।
विधानसभा चुनाव से पहले गोंडा की जर्जर हो चुकी सड़कों पर धूल और मिट्टी के बीच जब वाहन हिचकोले खाते हुए कछुए की गति से चलते तो लोग अखिलेश सरकार पर तंज कसते हुए यही कहते कि यहां काम नहीं कमर बोलती है। यहां के लोग हर साल बाढ़ की त्रासदी झेलते हैं। बाढ़ और बीमारी से जूझने वाले गोंडा में नेता अक्सर समझा न सको तो उलझा दो की राजनीति ही करते नजर आए। यहां के लोगों की शिकायत है कि हर पांच साल में विधायक तो बनते हैं लेकिन सड़कें नहीं। सरकारें आती हैं और जाती हैं लेकिन गोंडा की सूरत में कोई तब्दीली नहीं आती है।
विधानसभा चुनाव बाद जब मुख्यमंत्री खुद यहां का हाल जानने पहुंच रहे हैं तो निश्चित तौर पर यहां के लोगों को शहर की सूरत बदलने को लेकर उम्मीदें जगी हैं। खबर है कि गोंडा दौरे पर मुख्यमंत्री देवीपाटन मंडल के सभी जिलों बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती और गोंडा के विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की मंडलीय समीक्षा बैठक करेगें। सूत्रों में मुताबिक इस बैठक में अधिकारियों के अलावा सभी सांसद और विधायक भी बुलाए गए हैं। मुख्यमंत्री द्वारा जिला अस्पताल और कोतवाली के निरीक्षण की भी संभावना है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गोंडा और देवीपाटन से पुराना गहरा रिश्ता है। गोरखपुर के साथ देवीपाटन स्थित शक्तिपीठ का संबंध भी नाथ संप्रदाय से जुड़ा है। यह सिद्ध पीठ उनके गोरखपुर की गोरक्षपीठ से जुड़ी है। श्री योगी ही यहाँ के मुख्य मंहत है। देवीपाटन की सरजमीं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कर्मभूमि भी रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे को देखते हुए सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं। पुलिस लाइन हेलीपैड स्थल से लेकर समीक्षा स्थल तक कड़ा पहरा रहेगा। दौरे के दौरान सीएम योगी एसपीजी कवर में रहेगें। मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए एनएसजी कंमाडों एक दिन पहले ही निर्धारित स्थलों पर पहुंच जायेगें। नेपाल सीमा से सटे होने के कारण सुरक्षा के सभी इंतजाम किए जा रहे हैं।
आभार पत्रिका
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