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उन्नाव:निकाय चुनाव के लिए बीघापुर में बीएलओ नहीं कर रहे सूची पुनरीक्षण कार्य

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बीघापुर,उन्नाव। नगर निकाय चुनावों को लेकर एक बार फिर से निर्वाचन नामावली संशोधन व पुनरीक्षण का कार्य प्रारम्भ हो चुका है।निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण आधिकारी के अनुसार 5 मई तक मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण का कार्य किया जाएगा तथा 13 जून को फाइनल सूचियों को प्रकाशित कर दिया जाएगा।परन्तु नगर पंचायत बीघापुर में पूर्व की भांति ही इस बार भी कोई भी बीएलओ बूथों पर कार्य नहीं कर रहा है।
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बताते चलें की बीघापुर में बिना किसी कारण के ही लगभग 2100 मतदाताओं को मतदान से वंचित करने की साजिष के तहत 2017 की निकाय निर्वाचन नामावली से हटा दिया गया हैं।यह सभी मतदाता नगर पंचायत बीघापुर के मूल निवासी हैं औ अधिकतर पिछड़ा वर्ग से सम्बन्धित हैं। 2012 में सम्पन्न हुए नगर पंचायत के चुनाव में बीघापुर में 6212 मतदाता थे जिन्हें 2107 में घटाकर 4116 कर दिया गया।मतलब इन 5 वर्षों में नगर पंचायत में एक भी व्यक्ति 18 वर्श की आयु सीमा मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के लिए नहीं तय कर सका तो साथ ही लगभग 2100 मतदाता या तो मर गया या अचानक पलायन कर गया।वर्तमान सूची तो यही सिद्ध करती है।यह कैसी नीति है सरकार की बीघापुर का आम मतदाता समझ नहीं पा रहा है।

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इस बीच कस्बे के कई मतदाताओं ने जिला निर्वाचन अधिकारी , राज्य निर्वाचन आयुक्त, मुख्य मंत्री , राज्यपाल आदि को शिकायती पत्र भेज कर मतदाता सूची में धांधली किए जाने का आरोप लगाते हुए अपने अपने नाम शामिल किए जाने के साथ दोशियों को दंडित किए जाने की भी मांग की थी। अधिकारियों के भ्रश्ट रवैये से पुनः पुनरीक्षण भी उसी धांधली की भेंट चढ़ता जा रहा है।नगर पंचायत बीघापुर के किसी भी वार्ड में कोई भी बीएलओ कार्य करता नहीं दिख रहा है। जिसकी शिकायत फिर मतदाताओं ने पुनः जिला निर्वाचन अधिकारी , राज्य निर्वाचन आयुक्त, मुख्य मंत्री को पत्र भेज कर की है।इधर इस बीच उपजिलाधिकारी बीघापुर का तबादला हो जाने कारण भी मतदाता सूची पुनरीक्षण में लगे बीएलओ निरंकुश हो गए हैं।वे कोई भी कार्य करना नहीं चाहते। षिकायतकर्ता अजय पटेल,ओम प्रकाश, रजनीश पटेल, श्याम बहादुर आदि का कहना है कि जानबूझ कर अधिकारियों व कस्बे के ही कुछ लोगों की मिली भगत से वोटें काटी गई हैं।और एक वर्ग विशेष को निशाना बना कर लोकतांत्रिक प्रक्रिया से उसे बाहर करने की साजिश की जा रही है।इसमें दोशियों को दण्डित किया जाए व हटाए गए सभी मतदाताओं को सूची में षामिल किया जाए।

रिपोर्ट:डॉ.मान सिंह

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