लखनऊ। दलित व आदिवासी समाज के व्यक्तियों को राष्ट्रपति के पद पर स्थापित कर रामराज्य की परिकल्पना साकार होने का ढिंढोरा पीट भाजपा अनुसूचित मोर्चा के मार्फ़त दलितों में पैठज़माने की कोशिस करने वाली भाजपा के सरकार में ही थाने के भीतर दलित समाज के छात्र को यूरिन पिलाकर प्रताड़ित करने का सनसनखेज मामला सामने आया है। इस घटना के बाद दलित संघठनो में खासा रोष व्याप्त है।अपने साथ पुलिसिया अभिरक्षा में हुए इस जुल्म के बिरुध्द छात्र ने उच्चाधिकारियों को तमाम शिकायती पत्र भेजे किन्तु अधिकारियो के कान पर जू नहीं रेगा तब दलित छात्र द्वारा आत्महत्या के प्रयाश के उपरान्त दरिंदगी करने वाले ख़ाकीवर्दीधारियो पर मुकदमा दर्ज हो पाया।
मामला उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोयडा से है ,जहा अलीगढ़ के रहने वाले एलएलबी के छात्र जितेंद्र उर्फ जीतू के खिलाफ एक महिला ने रिपोर्ट दर्ज करवाते हुए आरोप लगाया था कि छात्र जितेंद्र उर्फ जीतू उसके स्पा सेंटर में आया तथा उसको ब्लैकमेल करके उससे पैसे मांग रहा था। स्पा संचालिका महिला की शिकायत पर पुलिस ने जितेंद्र उर्फ जीतू को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जमानत पर आने के बाद जीतू ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उसे अवैध रूप से हिरासत में रख मारपीट कर उसे यूरिन पिलाया गया।
एलएलबी के छात्र जितेंद्र उर्फ जीतू के अनुसार उसके मोबाइल फोन में हिडन कैमरा लगा था, जिसके आधार पर उससे मारपीट और यूरिन पिलाने की तस्वीर कैद हुई। इस मामले में छात्र का कहना है कि उसको गलत तरीके से फंसाया गया। उसकी जेब में जबरदस्ती रुपए डाले गए। इस घटना के सम्बन्ध में छात्र ने खुद को फर्जी तरीके से फसाए जाने एवं थाने के भीतर मारपीट एवं यूरिन पिलाये जाने के बिरुद्ध प्रशासनिक एवं पुलिस के उच्चाधिकारियों से शिकायत किया किन्तु किसी प्रकार की कार्यवाही न होता देख छात्र खनऊ में आत्मदाह करने का प्रयास किया तब उच्चाधिकारियों की नींद खुली एवं मामले में बीटा-2 कोतवाली के तत्कालीन प्रभारी समेत 6 लोगों के खिलाफ शिकायत के बाद मुकदमा दर्ज हुआ।
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