बिहार चुनाव से ठीक पहले जनता परिवार से जुड़ी 6 पार्टियों ने विलय करने की कोशिश की थी मगर आखरी मौके पर मुलायम सिंह यादव ने इस विलय को धोखा दे दिया था
पटना .बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समाजवादी पार्टी के रजत जयंती कार्यक्रम के ठीक पहले समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव और उनके परिवार में मचे घमासान को लेकर चिंता व्यक्त की है. खासकर जिस तरीके से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव के बीच तनातनी बरकरार है उसे देख कर नीतीश कुमार ने कहा कि मुलायम सिंह को घर युद्ध जल्दी सुलझाना चाहिए.’हम पिछले कई दिनों से देख रहे हैं किस तरीके की उठापटक समाजवादी पार्टी के अंदर देखने को मिल रही है. हम नहीं चाहते हैं कि यह झगड़ा और आगे बढ़े. हमें खुशी होगी अगर मुलायम सिंह यादव इस झगड़े पर जल्द काबू पा सके. मुलायम एक अनुभवी और प्रभावी नेता है और हम उम्मीद करते हैं कि वह अपने घर के मामले को जल्द सुलझा लेंगे.
पत्रकारों से बातचीत करते हुए नीतीश कुमार ने इस बात की संभावना से इनकार किया कि समाजवादी पार्टी का रजत जयंती कार्यक्रम किसी तरीके का गठबंधन तय करने का एक मंच है. नीतीश कुमार ने ये भी कहा कि 5 नवंबर को समाजवादी पार्टी का स्थापना दिवस है और इस को उसी रूप में देखा जाना चाहिए. यह किसी तरीके के गठबंधन टाइप करने का मंच नहीं है.
श्री कुमार ने ये भी कहा कि उत्तर प्रदेश चुनाव में किस तरीके का गठबंधन होना चाहिए और उसका स्वरूप कैसा हो इसका फैसला समाजवादी पार्टी को लेना पड़ेगा क्योंकि वह उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी है. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी पर निर्भर करता है वह चुनाव में किस तरह का गठबंधन चाहती है. मुझे इसके बारे में अभी कोई जानकारी नहीं. नीतीश कुमार ने ऐलान किया कि उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड उत्तर प्रदेश चुनाव में अपने प्रत्याशी खड़े करेगी. नीतीश ने यह भी कहा कि वह भी चाहते हैं कि छह दलों या फिर जनता परिवार का विलय हो जाए तो बेहतर है. बिहार चुनाव से ठीक पहले जनता परिवार से जुड़ी 6 पार्टियों ने विलय करने की कोशिश की थी मगर आखरी मौके पर मुलायम सिंह यादव ने इस विलय को धोखा दे दिया था . नीतीश ने कहा, उत्तर प्रदेश में कैसा गठबंधन होगा यह उस समय की परिस्थितियों को देखकर निर्णय लिया जाएगा. हम हमेशा चाहते थे कि जनता परिवार का विलय होना चाहिए मगर यह हो न सका. लेकिन इसका यह मतलब नहीं यह आगे नहीं हो सकता है. छह दलों का विलय भविष्य में संभव है और मैं इसके पक्ष में हूं.