अवैध अतिक्रमण हटवाने के नाम पर बीघापुर में किया गया पक्षपात - न्यूज़ अटैक इंडिया
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अवैध अतिक्रमण हटवाने के नाम पर बीघापुर में किया गया पक्षपात

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??गरीबों की उजाड़ दी गई रोजी रोटी
??रसूख वालों की नहीं हिलाई गई एक भी अवैध ईंट
??नगर वासियों ने डीएम से हस्तक्षेप करने की मांग की

बीघापुर,उन्नाव। सरकारें किनता भी दम्भ भर लें कि वे गरीबों की हितैषी हैं,गरीबों के लिए समर्पित हैं,गरीबों को सरकार द्वारा हर वह सहूलियत दी जाएगी जिसके वे हकदार हैं। किन्तु वास्तविकता कुछ और ही है।गरीबों को हर तरह से सताया जा रहा है, हर ओर से दबाया जा रहा है।यहां तक कि उनके रोजी रोजगार भी उजाड़ दिए गए हैं। कानून व अवैध अतिक्रमण का हवाला देकर।वहीं बड़े रसूख वाले जो वास्तव में अवैध कतिक्रमण किए हुए हैं उन पर शासन प्रशासन सब मौन है।उनकी न दीवार गिरी और न ही चबूतरे ही कटे।हां बिना नोटिस दिए गरीबों के रोजी रोजगार जरूर उजाड़े गए।

जी हां हम बात कर रहे हैं दो सप्ताह पहले नगर पंचायत बीघापुर में चलाए गए अतिक्रमण हटाओ अभियान के अन्तर्गत गिराए गए गरीबों के अषियाने व दुकानों ही। बस स्टेषन से सदर बाजार तक नगर पंचायत व तहसील प्रषासन के संयुक्त अभियान के तहत बिना किसी पूर्व सूचना के पिछले दिनों सड़क के दोनों ओर जेसीबी मषीन ने अतिक्रमण हटाने के नाम पर गरीबों की छोटी छोटी दुकानों को उठा कर फेका गया था जिससे उन गरीबों की रोजी रोटी भी छिन गई, किन्तु उसी स्थान पर जो बड़े ओहदे वाले ऊँची पकड़ रखते हैं और वास्तविक रूप ये सड़क पर अपनी दुकान मकान खड़ा किये हुए हैं उन पर नगर पंचायत या तहसील प्रशासन की ओर से कोई कार्यवाही आज तक नहीं हुई जिसके कस्बे में भयंकर आक्रोश व्याप्त है।

सूत्र बताते हैं कि इन रसूखदारों के मकान दुकान बचाने के लिए ही गरीबों के आशियाने उजाड़े गए हैं।और इन रसूखदारों से इनके मकान दुकान बचाने के लिए मोटी रकम लेकर सड़क का सौदा भी कर लिया गया है।तो इसे कहते हैं भ्रष्टाचार वो भी सीना ठोक के किया गया। यूं तो नगर पंचायत का लगभग हर मार्ग अवैध अतिक्रमण का शिकार है लेकिन सदर बाजार का मुख्य मार्ग जो सबसे अधिक अवैध कब्जे की भेंट चढ़ा हुआ है,उससे अब निकलना भी दुस्वार है।इस बार कस्बे वासियों को लगा था कि निष्पक्ष कार्यवाही होगी और मठाधीशों के अवैध अतिक्रमण भी हटाए जाएंगे,परन्तु हुआ वही जो हर बार होता है।कि गरीबों की कच्ची दुकाने ढहा कर अमीरों के पक्के भवनों को अभयदार दे दिया गया और अतिक्रमण हटाओ अभियान को कागजों में खनापूरी कर ली गई।पूरी तरह से अतिक्रमण हटाये बिना ही साथ ही साथ मानकों को दरकिनार कर नाली निर्माण भी सदर बाजार में प्रारम्भ कर दी गई है। नगर पंचायत के इस पक्षपातपूर्ण कृत्य ये नगरवासियों में भयंकर गुस्सा पनप रहा है। लोगों ने जिलाधिकारी से इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए ऊँची पकड़ वालों द्वारा किये गए अतिक्रमण को भी हटवाए जाने की मांग की है।

रिपोर्ट: डॉ.मान सिंह

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