बेशर्मी के नित नए आयाम गढ़ती बीघापुर पुलिस - न्यूज़ अटैक इंडिया
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बेशर्मी के नित नए आयाम गढ़ती बीघापुर पुलिस

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👉इस बार आतिशबाज से घूस के रूप में लिए रुपए पंद्रह जहर
👉जिम्मेदार अधिकारी अब भी बने मूक दर्शक
👉घूसखोरी का एक सप्ताह में यह दूसरा मामला

लखनऊ l उत्तर प्रदेश में योगी की पुलिस लगातार घूसखोरी के नए आयाम गढ़ती जा रही है , रक्षक की बजाय भक्षक बन चुकी पुलिस नागरिको की सुरक्षा के बजाय घुसखोरी पर आमादा है। ताजा मामला उन्नाव जनपद के बीघापुर से है जहा बीघापुर पुलिस द्वारा लगातार घूसखोरी की बारदात सामने आ रही है , पुलिस अधीक्षक उन्नाव शिकायतों के बाद भी कार्यवाही पर खामोस है। जनपद की बीघापुर पुलिस अपने उगाही के कारनामों से नित नए आयाम गढ़ती जा रही है, अभी 6 नवम्बर का ही मामला है कि एक नाबालिग दलित दुष्कर्म पीड़िता का मुकदमा लिखने के लिए उससे तीस हजार रुपये की उगाही कर ली थी,जिसकी शिकायत पीड़िता की माँ ने पुलिस अधीक्षक से की थी, जिस पर उगाही करने वाले सिपाहियों के खिलाफ अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिससे इन उगाहीवीर सिपाहियों के हौसले बुलंद हैं। नया मामला फिर सामने आ गया है। इस बार कोतवाली क्षेत्र के गाँव कठार के एक आतिशबाज से उसका लाइसेंस हस्तांतरण के नाम पर 15 हजार रुपये मांगे जिसकी रिकॉर्डिंग आतिशबाज ने अपने फोन पर कर ली। घूस मांगने का अंदाज भी बड़ा दिलचस्प है इन उगाहीवीरों का। फोन रिकॉर्डिंग सुनने के बाद आपको इनकी बेशर्मी पर भी शर्म आएगी।

पुलिस अधीक्षक उन्नाव को दिए गए शिकायती पत्र में कठार गाँव निवासी सुशील कुमार पुत्र स्व. संतोष कुमार ने कहा है कि उसके पिता के नाम आतिशबाजी का लाइसेंस पिछले 25 सालों से था, पिछले वर्ष उनकी मृत्यु हो जाने के बाद लाइसेंस लाइसेंस हस्तांतरण के लिए कागजी प्रक्रिया प्रगति में है।

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दीपावली पर गोले पटाखे बेचने के लिए लाइसेंस समय पर हस्तांतरित हो जाये इसके लिए बीघापुर कोतवाली में तैनात दो सिपाहियों देवेश यादव व अमित सिंह से बात करने पर इन लोगों ने सुशील कुमार से 15 हजार रुपये की घूस मांग ली।और कहा कि तुम बिना लाइसेंस के आतिशबाजी बेचो हम सब मैनेज कर देंगे।बाद में तुम्हारा लाइसेंस भी हो जाएगा। 4 नवम्बर को उक्त सिपाहियों को सुशील ने 15 हजार रुपये दे दिए और आतिशबाजी बेजने लगा। 8 नवम्बर को उक्त सिपाहियों ने सुशील से सुबह करीब 8 बजे गोले पटाखे मुफ्त में देने को कहा। जिस पर सुशील उन्हें थोड़े पटाखे व फुलझड़ी आदि लेकर देने गया तो कम रवाइस देख कर सिपाही भड़क गए और माँ बहन की गलियां देते हुए जाति सूचक शब्दों का भी प्रयोग किया और बोले कम से कम एक कार्टून रवाइस दो वरना तुम्हें बेचने नहीं देंगे और न ही तुम्हारे लाइसेंस पर एस ओ साहब के दस्तख़त होने देंगे। ज्यादा बोलोगे तो गम्भीर मुकदमों में फंसा भी देंगे। पीड़ित का कहना है कि उक्त सिपाहियों के कारण उसकी रोटी रोजी पर संकट है। ऐसे घूसखोरों के खिलाफ मुकदमा लिख कर कड़ी कार्यवाही की जाए।

उन्नाव : बीघापुर पुलिस के कारनामों से शर्मसार हुई ख़ाकी

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