CM नीतीश कुमार के बेटे निशांत की राजनीति में होगी धुआंधार एंट्री ! श्रवण कुमार बन सकते है पार्टी अध्यक्ष - न्यूज़ अटैक इंडिया
Search

CM नीतीश कुमार के बेटे निशांत की राजनीति में होगी धुआंधार एंट्री ! श्रवण कुमार बन सकते है पार्टी अध्यक्ष

न्यूज़ अटैक इंडिया News Attack India News Attack

बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष नीतीश कुमार अपने बेटे निशांत कुमार को राजनीतिक जिम्मेदारी सौंप सकते हैं। नीतीश कुमार की तबीयत पिछले कई माह से खराब होने की खबरें आ रही हैं । इससे जद यू के भविष्य को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। बिहार में एक वर्ग को लगता है कि जद यू जल्द ही बिखर कर गायब हो जाएगी और इसके बचे हुए लोग दूसरी पार्टियों में शामिल हो जाएंगे, सूत्रों का दावा है कि पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार ने पार्टी को एकजुट और सत्ता में बनाए रखने के लिए उन्होंने पार्टी के पुनर्गठन की योजना पहले ही बना ली है।

इस योजना के अनुसार पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार पार्टी की कमान अपने भरोसेमंद सहयोगी श्रवण कुमार को सौंपेंगे, जो वर्तमान में बिहार में ग्रामीण विकास मंत्री हैं। मंत्री श्रवण कुमार सीएम नीतीश कुमार के सबसे करीबी सहयोगी में से एक हैं। वे महत्वपूर्ण राजनीतिक कार्यक्रमो में शामिल होते हैं और जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इंडिया ब्लॉक का हिस्सा थे, तब वे उत्तर प्रदेश में डेरा डाल लगातार पार्टी को मजबूत करने और कथित तौर पर वाराणसी एवं फूलपुर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। मंत्री श्रवण कुमार को पार्टी की कमान सौपने के साथ ही 49 वर्षीय निशांत की राजनीति में भी वापसी की भी अटकलें तेज है । अपने पिता की तरह इंजीनियरिंग स्नातक निशांत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ रहते हैं, किन्तु राजनीति से दूर रहते हैं। हालांकि हाल ही में उन्हें अपने पिता के साथ कई यात्राओं पर देखा गया है। पिता-पुत्र की जोड़ी हाल ही में अपने गृह जिले नालंदा गई थी, जहां उन्होंने एक साथ मंदिर में पूजा की और सामाजिक और राजनीतिक समारोहों में भाग लिया।

न्यूज़ अटैक इंडिया News Attack India News Attack

विगत कई माह से मुख्यमंत्री नितीश कुमार पर पुत्र निशांत को सक्रिय राजनीति में लाने का दबाब है। पार्टी के वफादार नेता एवं कार्यकर्ता लगातार निशांत कुमार को सक्रिय राजनीति में लाने हेतु मुखर है। जेडीयू के वरिष्ठ नेता और प्रदेश महासचिव परम हंस कुमार के मुखर बयान से खलबली मच गई है। उनके बयान से सवाल उठ रहे हैं कि क्या अब नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार राजनीति में धुआंधार एंट्री करेंगे ?

परम हंस कुमार ने कहा कि आज समय और परिस्थिति की जो मांग है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार को पार्टी और राज्य हित में आगे आना चाहिए। नीतीश कुमार हमेशा परिवारवाद पर हमला करते रहे हैं, इस पर परम हंस कुमार ने कहा कि यह बात सही है। वह अपनी जगह पर जिस बात को कहते हैं वह बिल्कुल सही है। परिवारवाद में जो सत्ता सुख भोगने की परंपरा चल चुकी है ,उसका हम लोग विरोध करते रहे हैं, लेकिन कहीं कोई ईमानदार, साफ-सुथरे नेता का कोई सुपुत्र हो जो ईमानदारी से देश की सेवा करना चाहता है, राज्य की सेवा करना चाहता है तो उसको आने में कोई दिक्कत नहीं है।

निशांत के अंदर कोई लोभ-लालच नहीं

प्रदेश महासचिव परम हंस कुमार ने कहा कि निशांत कुमार के अंदर कोई भी लोभ-लालच नहीं है। चकाचौंध जीवन जीने की आदत उनको पसंद नहीं है, वह बेहतर से बेहतर बिहार की सेवा, पार्टी की सेवा कर सकते हैं इसलिए मैं मांग कर रहा हूं कि निशांत कुमार को निश्चित रूप से राजनीति में आना चाहिए।

निशांत कुमार के बारे में बताते हुए परम हंस कुमार ने आगे कहा कि वह बहुत अच्छे और दूरदर्शी नेता साबित हो सकते हैं। नीतीश कुमार के बाद क्या जेडीयू में कोई अच्छा नेता नहीं है? इस पर उन्होंने कहा कि निशांत को राजनीति में लाने की मांग करने का मतलब यह नहीं है कि हमारी पार्टी में जो नेता हैं वह अयोग्य हैं या हमारी पार्टी कमजोर हो गई है। हम तो इसलिए मांग कर रहे हैं कि पार्टी और बेहतर होगी.,मजबूत हो जाएगी, राज्य का और ज्यादा विकास होगा।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क्या दिल्ली की राजनीति करेंगे ? इस पर परम हंस कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार क्या करेंगे यह उनका निर्णय होगा। हम लोगों की बस यही मांग है कि निशांत को राजनीति में आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैंने अपनी भावना रख दी है। यह भावना सिर्फ मेरी नहीं पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं की है। राज्य के बड़े पैमाने पर जनता की यही भावना है कि निशांत कुमार को राजनीति में आना चाहिए।

बिहार के ही प्रदेश महासचिव राणा रणधीर सिंह चौहान ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से निशांत को सक्रिय राजनीती में लाने की अपील किया है , उन्होंने कहा की वर्तमान राजनैतिक परिदृश्य में निशांत को राजनीती में लाना आवश्यक है , ताकि नीतीश कुमार की फ़ौज निशांत के नेतृत्व में बिहार एवं देश की राजनीती में विकास कार्य कर सके। उन्होंने कहा कि जो लोग कह रहे की 2024 में जद यू एवं नीतीश कुमार समाप्त हो जायँगे वह स्वप्न देख रहे है।

निशांत कुमार को सक्रिय राजनीती में लाने हेतु उत्तर प्रदेश के तमाम कार्यकर्ता भी मुख्यमंत्री नितीश कुमार से अपील कर निशांत को अपना उत्तरधिकारी बनाने की मांग कर रहे है।

सियासत से दूर आध्यात्म में रम गए हैं नीतीश कुमार के इकलौते बेटे निशांत

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भले ही केंद्र से लेकर बिहार की सियासत में अलग मुकाम हासिल किया हो लेकिन उनके इकलौते पुत्र निशांत राजनीति से दूर ही रहते हैं। हालांकि बिहार की सियासत में तेजस्वी यादव और चिराग पासवान अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढा रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश के इकलौते बेटे निशांत राजनीति दूर आध्यात्म में अपना रास्ता चुना है।

बीआईटी मेसरा से ग्रेजुएट निशांत अपने पिता नीतीश की तरह ही इंजीनियर हैं। उन्होंने बीटेक (इलेक्ट्र‍िकल) की डिग्री हासिल की है। निशांत लाइमलाइट से दूर रहना पसंद करते हैं। एक इंटरव्यू में जब उनसे राजनीति में आने को लेकर सवाल किया गया था तो उन्होंने साफ कहा था कि ‘उनकी न तो सियासत में रुचि है और न ही इसकी समझ।’

पिता एक दिन देश के प्रधानमंत्री भी बनेंगे

निशांत कुमार का धर्म और आध्यात्म की तरफ झुकाव है। उन्हें करीब से जानने वाले कहते हैं कि वे अक्सर धर्म और आध्यात्म की ही बातें किया करते हैं। हालांकि वह भले ही सक्रिय राजनीति में नहीं हों, लेकिन कई मौकों पर पिता नीतीश और जेडीयू का समर्थन और तरफदारी करते नजर आए हैं। निशांत ने कहा था कि “अगर जनता चाहे तो उनके पिता एक दिन देश के प्रधानमंत्री भी बनेंगे।

Share This.

Related posts

Leave a Comment