लखनऊ। जेएम पोर्टल पर अनुबंध के बाद चीनी मिल के कार्यरत संविदा कर्मचारियों की छटनी एवं पुनः इंटरब्यू ने वर्तमान ठेकेदारी फर्म पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। मामला गन्ना एवं चीनी मिले राज्य मंत्री संजय सिंह गंगवार के गृह जनपद पीलीभीत के किसान सहकारी चीनी मिल्स (लि०) पूरनपुर से है।
बताया जाता है कि जेएम पोर्टल के मार्फ़त टेंडर हासिल करने वाले मेसर्स वारियर्स सिक्योरटी एन्ड सर्विस ने टेंडर हासिल कर काम हेतु क्रियान्वयन प्रारम्भ किया। ठेकेदार कम्पनी ने मिल में कार्यरत पुराने अनुभवी कर्मियों को दरकिनार कर नई भर्तियां करने हेतु आबेदन मांग रेलवे स्टेशन परिसर में तीन दिन तक युवकों का इंटरव्यू लिया।
इस मुद्दे पर चीनी मिल में कार्यरत कर्मचारियों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई जिसके चलते कर्मचारी हड़ताल पर चले गए और नई व्यवस्था के विरोध में प्रदर्शन किया। प्रधान प्रबंधक रमाकांत वर्मा से वार्ता के बाद कर्मचारी काम पर लौटे। चीनी मिल के प्रधान प्रबंधक ने मिल में पर्याप्त कर्मचारी होने के बाद भी नए कर्मचारी रखने की जानकारी पर ठेकेदार को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
चीनी मिल में अब जेएम पोर्टल के माध्यम से अनुबंध के बाद ठेकेदार मिल प्रशासन को मांग के अनुरूप संविदा पर नए कर्मचारी उपलब्ध कराएगा। मगर ठेकेदार ने मिल में तैनात पुराने कर्मचारियों से ही उनका डाटा आदि मांगना शुरू कर दिया था। मिल में कर्मचारियों की तैनाती के लिए रेलवे स्टेशन परिसर में तीन दिन तक युवकों का इंटरव्यू लिया।
नई व्यवस्था से गुस्साए मिल के कर्मचारी हड़ताल पर चले गए थे । मिल यार्ड में एकत्र हुए कर्मचारियों ने मिल में कर्मचारियों की तैनाती के लिए शुरू की गई नई व्यवस्था के विरोध में प्रदर्शन किया। कर्मचारियों के प्रदर्शन और हड़ताल की जानकारी पर चीनी मिल के प्रधान प्रबंधक रमाकांत वर्मा, चीफ एकाउंटेंट गितेंद्र बाबू कर्मचारियों से वार्ता के लिए पहुंचे थे ,तब आक्रोशित कर्मचारियों का कहना था कि नई व्यवस्था के तहत क्या शर्तें रहेंगी। कर्मचारियों को पीएफ आदि मिलेगा या नहीं। वार्ता में चीनी मिल के प्रधान प्रबंधक ने कर्मचारियों को बताया कि जेएम पोर्टल के माध्यम से मांग के अनुरूप ही ठेकेदार कर्मचारियों को उपलब्ध कराएगा। बाकी कर्मचारियों से काम लेना आदि सब पुरानी व्यवस्था के तहत ही होगा। इस पर आक्रोशित कर्मचारी मान गए और काम पर लौट आए।
फिरहाल चर्चा है कि ठेकेदार पुराने कर्मचारियों को हटाकर लेंन- देन कर नई भर्ती करना चाहता था जिस हेतु ठेकेदार पुराने कर्मचारियों को भी निशाने पर लेना चाह रहा था किन्तु इसी बीच कर्मचारियों ने उपद्रव कर प्रदर्शन कर दिया , मामले की गंभीरता को देखते हुए ईमानदार एवं सख्त पीसीएस अधिकारी बताए जाने वाले प्रधान प्रबंधक रमाकांत वर्मा द्वारा नोटिस जारी कर देने के कारण ठेकेदार की मंशा पर पानी तो फिर ही गया बल्कि ठेकदार के टेंडर पर भी खतरा मंडरा रहा है।
चीनी मिल के प्रधान प्रबंधक ने बताया कि भारत सरकार के दिशा निर्देशों के तहत जेएम पोर्टल के आधार पर नए कर्मचारी मांग के अनुरूप रखे जाएंगे। कर्मचारियों से काम लेना आदि सब पुरानी व्यवस्था के तहत ही होगा।
प्रधान प्रबंधक रमाकांत वर्मा बोले- भ्रम वश ऐसा हुआ
किसान सहकारी चीनी मिल्स (लि०) पूरनपुर के प्रधान प्रबंधक रमाकांत वर्मा ने बताया कि ठेकेदार की ओर से मिल में कर्मचारियों को रखने के लिए इंटरव्यू लिए जाने की बात पता चली थी, जबकि ठेकेदार से मिल प्रशासन ने कोई मांग नहीं रखी थी। भ्रम की स्थिति फैलाने के लिए ठेकेदार को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। अगर इसके बाद भी कोई गड़बड़ी हुई तो ठेकेदार को काली सूची में डाल दिया जाएगा।
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